इलेक्‍ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम (Electronic Voting Machine-EVM) को 20 सालों के लिए बैन (EVM Ban) कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर इन दिनों इस दावे के साथ एक वीडियो वायरल हो रहा है. ये दावा एक यूट्यूब चैनल का है. क्‍या आपके पास भी ऐसा कोई मैसेज आया है? अगर हां, यहां जान लीजिए कि क्‍या है इस दावे की सच्‍चाई.

क्‍या कहा जा रहा है वीडियो में?

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EVM को लेकर ये दावा 'India Update' नामक YouTube चैनल ने किया है. इसने अपने एक वीडियो में दावा किया है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को 20 साल के लिए बैन कर दिया गया है. इस वीडियो में ये भी दावा किया गया है कि ईवीएम को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बैन किया गया है. बता दें EVM को बंद करने और इसकी जगह पर बैलेट पेपर से वोट डलवाने की मांग कई बार की जाती रही है. ऐसे में इस तरह के वीडियो सामने आने पर लोग उन्‍हें सच मान लेते हैं और फॉरवर्ड करने लगते हैं. इस कारण ये वीडियो तेजी से वायरल हो जाते हैं.

क्‍या है दावे की सच्‍चाई?

इस वीडियो की गंभीरता को समझते हुए PIB Fact Check ने मामले की पड़ताल की और अपनी जांच में पाया कि ईवीएम को लेकर किया जाने वाला ये दावा पूरी तरह से फर्जी है. साथ ही PIB Fact Check ने लोगों से ये अपील की है कि वे भारत सरकार से जुड़ी किसी भी तरह की संदिग्ध जानकारी को लोग 'पीआईबी फैक्‍ट चेक' के साथ शेयर करें. इसके लिए उनके ट्विटर हैंडल पर एक नंबर और मेल आईडी भी दी गई है. नंबर है- 918799711259 और मेल आईडी है- socialmedia@pib.gov.in 

क्‍या है PIB Fact Check

बता दें कि कई बार देखा जाता है कि तमाम यूट्यूब चैनल बिना किसी आधार के कई वीडियो बना लेते हैं और लोग उन वीडियो को सच मान लेते हैं. ऐसे में आप संदिग्‍ध मैसेज, वीडियो आदि को PIB Fact Check के साथ शेयर करके मामले की सच्‍चाई जान सकते हैं.  PIB Fact Check एक ऐसा प्‍लेटफॉर्म है जो सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी मैसेज, वीडियो आदि का सच सामने लाने का काम करता है. 

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