Curd And Yogurt: कर्ड और योगर्ट में बहुत अंतर है, जानिए किसको क्या खाना चाहिए और कब खाना चाहिए
Curd And Yogurt: न्यूट्रिशन कनिका खन्ना कहती हैं कि कर्ड और योगर्ट दोनों मिल्क प्रोडक्ट है, लेकिन दोनों के गुण अलग-अलग होते हैं. जानिए किन लोगों को कर्ड खाना चाहिए और किन्हें योगर्ट खाना चाहिए.
Curd And Yogurt: हम सब जानते हैं कि दूध और दही खाने से बहुत ज्यादा एनर्जी मिलती है. दही में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन पाया जाता है. दही खाने से हड्डियों को मजबूती मिलती है. इसके अलावा जोड़ की बीमारी यानी ऑस्टियोपोरिसिस में भी यह बहुत फायदेमंद होता है. यह दांत की समस्या को भी दूर करता है. दही को अंग्रेजी में कर्ड कहते हैं. इसी तरह का दिखने वाला एक और प्रोडक्ट होता है जिसे योगर्ट कहते हैं. Dietofy की फाउंडर और डायटीशियन कनिका खन्ना कहती हैं कि ज्यादातर लोगों को लगता है कि कर्ड और योगर्ट एक ही होता है. हालांकि, दोनों में बहुत ज्यादा फर्क होता है. इसके फायदे भी अलग-अलग होते हैं.
दही घर में बनता है, योगर्ट नहीं बनता है
कर्ड और योगर्ट, दोनों डेयरी प्रोडक्ट है. ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह सेम होता है. हालांकि, इन दोनों में बहुत अंतर होता है. पहला अंतर दोनों के बनाने के तरीके में होता है. पहले दूध को गर्म करते हैं, फिर ठंडा करते हैं और उसमें दही की थोड़ी मात्रा मिलाते हैं (इसमें लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया होता है) तो कर्ड तैयार होता है. योगर्ट को घर में तैयार नहीं किया जाता है. यह एक इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट है. इसे तैयार करने में दो अलग-अलग बैक्टीरिया को मिलाया जाता है.
दही खाने से एसिडिटी कम होगी
दोनों के फायदे भी अलग-अलग हैं. दही खाने से एसिडिटी की समस्या कम होती है क्योंकि यह पेट में एसिड का स्तर मेंटेन करता है. अगर कोई अपच जैसी समस्या से जूझ रहा है तो उसे रोजाना आधार पर दही खाना चाहिए. इससे उसकी पेट की सेहत में सुधार होगा.
लैक्टोज इनटॉलरेट के लिए योगर्ट फायदेमंद
योगर्ट में दो अलग-अलग बैक्टीरिया होता है. दही के मुकाबले यह गाढ़ा होता है और छाछ को छान कर तैयार किया जाता है. यह पेट में सूजन, दस्त, एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करने में मददगार होता है. यह पेट के डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए जरूरी होता है. अगर कोई लैक्टोज इनटॉलरेंस है तो उसके लिए योगर्ट ज्यादा फायदेमंद होता है.
किसमें कितना न्यूट्रिशन पाया जाता है?
न्यूट्रिशन की बात करें तो कर्ड में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, विटामिन बी6 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. योगर्ट में कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. अगर गाय के दूध का दही बनाया जाता है तो 100 ग्राम दही में 3 ग्राम प्रोटीन होगा. वहीं, गाय के दूध से बने 100 ग्राम लो फैट योगर्ट में 5 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. दोनों में अमोनिया एसिड की पर्याप्त मात्रा होती है जो टिश्यू हेल्थ के लिए जरूरी होता है. 100 ग्राम योगर्ट में 63 कैलरीज होते हैं, जबकि 100 ग्राम कर्ड में 60 कैलरीज होते हैं. 100 ग्राम योगर्ट में 7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जबकि दही में 3-4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं.
कब खाना चाहिए और कब नहीं खाना चाहिए
कनिका खन्ना (Dt. Kanika Khanna) कहती हैं कि आयुर्वेद के मुताबिक, दोपहर से पहले योगर्ट खाने के बहुत फायदे हैं. खाली पेट में दही नहीं खाना चाहिए, क्योंकि एसिडिटी की समस्या हो सकती है. रात में योगर्ट भी नहीं खाना चाहिए. यह ठंडा होता है. ऐसे में रात में खाने से लंग संबंधी समस्या हो सकती है. ज्वॉइंट पेन की भी समस्या हो सकती है.
योगर्ट फ्लेवर में, जबकि कर्ड का नो फ्लेवर
अगर शाम के बाद कर्ड खाते हैं तो बटरमिल्क के साथ इसका सेवन करें. कर्ड और योगर्ट खाने का सबसे बेस्ट टाइम दोपहर का होता है. छह महीने तक के बच्चे को इसे नहीं खाना चाहिए. कर्ड का कोई फ्लेवर नहीं होता है, जबकि योगर्ट मैंगो, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, पीच जैसे फ्लेवर में आते हैं.