बारिश के बाद दिल्ली NCR में मौसम हुआ सुहाना, 9 जून के बाद फिर भीषण गर्मी को हो जाएं तैयार
Delhi- NCR Weather: मौसम विभाग के मुताबिक 6 जून को पारा 42 डिग्री के आसपास बना रहेगा और आसमान में बादल छाए रहेंगे. तेज हवाओं के साथ हल्की बरसात हो सकती है. 7 जून को पारा 43 डिग्री के आसपास रहेगा और आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे. 10 जून से पारा 45 डिग्री के पार जाना शुरू हो जाएगा.
Delhi- NCR Weather: दिल्ली- NCR में रहने वालों को भीषण गर्मी से फिलहाल दो दिनों के लिए राहत मिलती दिखाई दे रही है. बुधवार रात कई जगहों पर हुई हल्की बारिश और तेज हवाओं ने मौसम का रुख बदल दिया है. फिलहाल सुबह तेज धूप के बजाय लोगों को थोड़ी राहत मिली है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 9 जून तक फिलहाल मौसम ऐसे ही बना रहेगा. आसमान में बादल छाए रहेंगे. तेज हवाओं के साथ हल्की बरसात हो सकती है, लेकिन 10 जून को फिर से भीषण गर्मी का सामना एनसीआर के लोगों को करना पड़ेगा. पारा 45 डिग्री के पार जा सकता है.
मौसम विभाग ने क्या कहा?
मौसम विभाग की मानें तो उसने अपनी वेबसाइट पर जो आंकड़े जारी किए हैं, उनके मुताबिक 6 जून को पारा 42 डिग्री के आसपास बना रहेगा और आसमान में बादल छाए रहेंगे. तेज हवाओं के साथ हल्की बरसात हो सकती है. 7 जून को पारा 43 डिग्री के आसपास रहेगा और आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे. 8 जून को पारा 43 डिग्री के आसपास रहेगा और गर्म हवाओं का चलना शुरू हो जाएगा. ठीक ऐसे ही 9 जून को भी पारा 1 डिग्री बढ़कर 44 के पास पहुंच जाएगा और गर्म हवाओं का चलना शुरू हो जाएगा.
10 जून को पारा होगा 45 पार
मौसम विभाग के मुताबिक, 10 जून से पारा 45 डिग्री के पार जाना शुरू हो जाएगा और आसमान में बादल छाने और तेज हवा या बारिश होने की संभावना नहीं है. माना जा रहा है कि उसके बाद एक बार फिर भीषण गर्मी का सामना एनसीआर के लोगों को करना पड़ सकता है.
दिल्लीवासियों को झेलनी पड़ रही है दोहरी मार
एनसीआर के लोगों को इस समय गर्मी और बिजली कटौती की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. बिजली की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. इसके चलते कई इलाकों में घंटों कटौती हो रही है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा की कई हाई राइज सोसायटी में लोग बिजली न आने से परेशान होकर सड़कों पर उतरकर इसके खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं.
वहीं अगर दिल्ली की बात करें तो बीते कई सालों का रिकॉर्ड दिल्ली में टूट चुका है और बिजली की मांग 8000 मेगावाट की मांग को पार कर चुकी है. बिजली के साथ-साथ पानी की किल्लत ने भी दिल्ली वासियों को परेशान कर रखा है.