दिल्‍ली-एनसीआर में तमाम पाबंदियों के बावजूद अभी प्रदूषण से लोगों को राहत नहीं मिली है. आज बुधवार को एक बार फिर दिल्ली की हवा बेहद खराब रही. आज सुबह भी आसमान में धुंध की मोटी चादर दिखी, जिसके कारण विजिबिलिटी काफी कम रही. एएनआई के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता लगातार गिर रही है. नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index -AQI) वर्तमान में 371 दर्ज किया गया जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है.  पूरी दिल्‍ली का एक्यूआई 339 और गुरुग्राम में 338 पर है, ये भी  ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. इसके अलावा धीरपुर के पास एक्‍यूआई 433 पर है, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी में है. 

क्‍या कहना है विशेषज्ञ

प्रदूषण के कारण दिल्‍ली-एनसीआर में आंख, नाक और गले में एलर्जी की समस्‍या लोगों में लगातार बढ़ रही है. इस मामले में नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. रमाकान्‍त शर्मा की मानें तो प्रदूषण का जब लोगों पर इंस्‍टेंट असर होता है तो उन्‍हें इरिटेशन, स्किन और आंखों में जलन, खराश, खांसी, नाक बंद होना, गले में एलर्जी आदि समस्‍याएं होती हैं. लेकिन अगर इन समस्‍याओं को समय पर नियंत्रित न किया जाए तो यही परेशानियां गंभीर रूप ले सकती हैं. इसके कारण धीरे-धीरे फेफड़े खराब होने लगते हैं. इसके कारण अस्‍थमा, आईएलडी जैसी बीमारियों का रिस्‍क बढ़ जाता है. इसके अलावा ऑक्‍सीजन की कमी होने से हार्ट और ब्रेन पर भी बुरा असर पड़ता है.

कंट्रोल करने के लिए क्‍या करें

  • डॉ. रमाकांत शर्मा का कहना है कि इन सभी समस्‍याओं से खुद को बचाकर रखने के लिए सबसे ज्‍यादा जरूरी है कि नाक को बंद होने से बचाया जाए और हाइजीन का विशेष रूप से खयाल रखा जाए.
  • इसके लिए आप नियमित रूप से अगर जलनेति कर सकते हैं तो बहुत ही अच्‍छा है. जलनेति के बाद स्‍टीम लें और स्‍टीम के बाद अपनी नाक में गाय के देसी घी की दो बूंदें या बादाम रोगन तेल की दो बूंदें डालें. 
  • अगर जलनेति करना नहीं आता है तो कम से कम स्‍टीम जरूर लें और स्‍टीम के बाद  नाक में गाय के देसी घी की दो बूंदें या बादाम रोगन तेल की दो बूंदें डालें. 
  • गले में खराश को दूर करने और हाइजीन को मेंटेन करने का सबसे अच्‍छा और आसान तरीका है कि आप दिन में कम से कम तीन से चार बार गुनगुने पानी से गरारे करें. आप चाहें तो इस पानी में हल्‍का सा सेंधा नमक भी मिक्‍स कर सकते हैं.
  • आंखों को क्‍लीन रखने के लिए कहीं भी बाहर से आने के बाद आंखों को साफ पानी से धोएं और गुलाबजल डालें. बाहर निकलते समय चश्‍मे का इस्‍तेमाल करें.
  • इसके अलावा ऑयल पुलिंग भी इस मामले में काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. ऑयल पुलिंग के लिए आपको मुंह में सरसों के तेल को भरना है, इसे मुंह में भरकर चारों तरफ हिलाएं, लेकिन निगलना नहीं है. करीब 5 से 10 मिनट तक मुंह में ऑयल को भरकर रखें. इसके बाद उसे थूककर पानी से कुल्‍ला कर लें.
  • इसके अलावा गुड़ को अपने खाने में शामिल करें. गुड़ म्‍यूकस को हटाने का काम करता है. इससे आपको गले की खराश आदि समस्‍या से काफी राहत मिलेगी.