अयोध्या की दिवाली इस बार बेहद खास होने वाली है. दिव्य दिवाली के लिए अयोध्या को सजाया जा रहा है और राममंदिर को भी उद्घाटन के लिए फाइनल टच दिया जा रहा है. अयोध्या की दिवाली को दिव्य बनाने के लिए हर बार की तरह रामनगरी को दीयों से जगमग करने की तैयारी हो रही है. इस बार अयोध्या के 51 घाटों पर 24 लाख दीये जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा. इस भव्य दीपोत्सव का नजारा देखने के लिए झारखंड के पाकुड़ जिले के आदिवासी लोगों समेत विभिन्न स्थानों से लोग आयेंगे.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सरयू किनारे लेजर शो 

सरयू किनारे लेजर शो के जरिए श्रीराम के जीवन की झांकी पेश की जाएगी. रूस, श्रीलंका, सिंगापुर और नेपाल के कलाकार दीपोत्सव में रामलीला का मंचन करेंगे. हर साल की तरह इस साल भी दिवाली पर भी अयोध्या में त्रेतायुग के दर्शन होंगे. साधु-संत से लेकर आम जन तक, हर रामभक्त राममंदिर निर्माण पूरा होने का इंतजार कर रहा था और अब ये इंतजार खत्म होने वाला है. तो इस बार अयोध्या में डबल दिवाली मनेगी.

 25 हजार से अधिक वालंटियर्स 

दीपोत्सव की सारी तैयारियां सीएम योगी के दिशा निर्देशों के मुताबिक हो रही हैं. 25 हजार से अधिक वालंटियर्स दीपोत्सव में एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड कायम कररेंगे. गुरुवार देर शाम तक सभी घाटों पर वालंटियर्स की ओर अधिकतर दीयों को बिछाया गया. दीपों में प्रयुक्त होने वाले दीयों की का आकार 24 एमएल हैं जिसमें सरसों को तेल वालंटियर्स की तरफ से डाला गया है. 

झारखंड का आदिवासी समूह अयोध्या पहुंचा

इस भव्य दीपोत्सव का नजारा देखने के लिए झारखंड के पाकुड़ जिले के आदिवासी लोगों समेत विभिन्न स्थानों से लोग आयेंगे. झारखंड के पाकुड़ जिले से करीब 48 आदिवासी लोग शनिवार को दीपोत्सव मनाने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं. इस जनजाति के लोग पहाड़ी इलाके में रहते हैं और भव्य दीपोत्सव में शामिल होने के लिए नंगे पैर अयोध्या आए हैं.

झारखंड प्रदेश श्री राम जानकी चैरिटेबल सर्विस ट्रस्ट ने उन्हें दीप उत्सव में भाग लेने के लिए अयोध्या भेजा है. कल वे अपनी पारंपरिक पोशाक में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में दीप जलाएंगे.  

हजारों कलाकारों की प्रदर्शनी

रामायण के प्रसंगों और सामाजिक संदेशों की 12 झांकियां इस दौरान सजाई जाएंगी. 21 प्रदेशों व चार देशों के लगभग 25 सौ कलाकार इसमें भाग लेकर रंग बिरंगी छटा बिखेरेंगे. इस मौके पर सीएम योगी अपना सम्बोधन भी देंगे. ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण के 20 प्रकाशित खंडों का इससे पहले विमोचन कर दिया जाएगा. अलग अलग परियोजनाओं का भी इस दौरान लोकार्पण व शिलान्यास किया जाएगा.