टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. प्रारंभिक जांच में ये सामने आया है कि डिवाइडर से टकराने से पहले उनकी लग्जरी कार काफी तेज गति से चल रही थी. जान गंवाने वाले दोनों सह-यात्रियों ने सीट बेल्‍ट नहीं पहनी थी. साइरस मिस्‍त्री की मौत के बाद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सभी से कार में पिछली सीट पर भी सीट बेल्‍ट पहनने की अपील की है. यहां जानिए आनंद महिंद्रा ने क्‍या कहा !

आनंद महिंद्रा ने किया ये ट्वीट

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आनंद महिंद्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'वे हमेशा कार में बैठकर पिछली सीट पर भी सीट बेल्‍ट लगाते हैं. आप सभी से भी ये प्रतिज्ञा करने का आग्रह करता हूं. हम सभी अपने परिवारों के ऋणी हैं.' ये अक्‍सर देखा जाता है कि अक्‍सर सफर के दौरान आगे की सीट पर बैठे लोग तो सीट बेल्‍ट पहनते हैं, लेकिन पीछे बैठने वाले लोग सीट बेल्‍ट का इस्‍तेमाल करना जरूरी नहीं समझते. जब रियर सीट बेल्‍ट एक्‍सीडेंट की स्थिति में उनकी जान जाने के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकती है.

मौत के जोखिम को 25% तक कम करती है सीट बेल्‍ट

 विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की मानें तो रियर बेल्‍ट के इस्‍तेमाल से पिछली सीट पर बैठे लोगों की मौत के जोखिम को 25% तक कम किया जा सकता है. इतना ही नहीं, इससे आगे की सीट के यात्रियों को भी अधिक चोट लगने या मौत के जोखिम से बचाया जा सकता है क्‍योंकि पिछली सीट के यात्री सीट बेल्‍ट बंधे होने के कारण आगे की सीट के यात्रियों पर नहीं चढ़ेंगे. तमाम कारें ऐसी हैं जिसमें सीट बेल्‍ट लगाने पर दुर्घटना की स्थिति में एयरबैग खुलते हैं. हालांकि अब तमाम गाडि़यों में बिना सीट बेल्ट लगाने पर भी एयरबैग काम करते हैं. लेकिन फिर भी सीट बेल्‍ट लगाने से आपकी जान बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है.

साइरस मिस्‍त्री ने भी नहीं पहनी थी सीट बेल्‍ट

साइरस मिस्त्री के मामले में सामने आ रहा है कि मिस्त्री समेत कार में कुल 4 लोग बैठे थे. आगे बैठे दोनों लोगों ने सीट बेल्‍ट पहनी हुई थी. इससे उनकी कार में एयरबैग खुल गए. उन्‍हें गंभीर चोटें तो आईं हैं, लेकिन जान नहीं गई. जबकि साइरस मिस्‍त्री और उनके सहयात्री ने पीछे की सीट पर बैठकर सीट बेल्‍ट नहीं पहनी थी. उन दोनों की ही हादसे में जान चली गई.