कोरोना ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है. दुनियाभर में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. WHO के मुताबिक पिछले एक महीने में वैश्विक स्तर पर नए कोविड मामलों की संख्या में 52% की वृद्धि हुई है. ये संख्‍या इस बात का इशारा है कि हमें अब कोरोना को हल्‍के में न लेकर सावधानी बरतनी चाहिए और अलर्ट हो जाना चाहिए. डब्‍ल्‍यूएचओ के मुताबिक पिछले एक महीने में दुनियाभर में कोविड के 8,50,000 नए मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं पिछले 28 दिनों की तुलना में नई मौतों की संख्या में 8 प्रतिशत की कमी आई है.

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कोरोना के साथ कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 ने भी लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है. ये अब तक 50 से ज्‍यादा देशों में पहुंच चुका है. भारत में भी जेएन.1 के 22 मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना के इस नए वैरिएंट को तेजी से प्रसारित होने वाला बताया गया है. WHO ने इसे 'वैरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट' (VOI) के रूप में वर्गीकृत किया है. वैरिएंट ऑफ इंट्रस्ट में उन स्ट्रेन को रखा जाता है, इसमें पब्लिक हेल्थ को खतरा नहीं होता है. लेकिन, इस म्यूटेशन से चौकन्ना रहने की जरूरत होती है.

भारत में हर दिन मिल रहे हैं कोरोना के मरीज

वहीं अगर कोरोना के मामलों की बात करें तो भारत में भी हर दिन कोविड के नए मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना और इसके नए वैरिएंट के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एडवायजरी जारी कर दी है, वहीं तमाम राज्‍य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं. इस बीच 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी बुजुर्गों, अन्य बीमारियों (किडनी, हृदय, लीवर की बीमारियों) से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही बंद, कम हवादार स्थानों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से सख्ती से बचने की सलाह दी गई है.

भारत में कोरोना की स्थिति

- पिछले 24 घंटे में कोरोना के मामले 400 पार

- नए मामले 423

- इनमें सिर्फ केरल से 266 मामले और 70 मामले कर्नाटक से

- पिछले 24 घंटे में दिल्ली में भी कोविड के पांच नए मामले

- देशभर में कुल एक्टिव मामले 3420

- 24 घंटे में 4 मौतें: 2 केरल, 1 कर्नाटक, 1 राजस्थान

घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क रहें

इस मामले में सर गंगाराम हॉस्‍पीटल की सीनियर कंसल्‍टेंट डॉ. सोनिया रावत का कहना है कि कोरोना का नया वैरिएंट JN.1 संक्रामक होने के साथ इम्‍युनिटी को चैलेंज कर रहा है, तभी कोरोना वैक्‍सीन के बाद भी ये शरीर पर अटैक कर रहा है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं वैक्‍सीन असरकारी नहीं है. वैक्‍सीन जेएन.1 वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह सक्षम है. इसलिए इस वैरिएंट से बहुत घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है. साथ ही इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत बनाए रखने की जरूरत है.

ऐसे करें बचाव

  • बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
  • बाहर से आने के बाद हाथों को अच्‍छे से धोएं, इसके बाद आंख, मुंह या नाक को साफ करें.
  • जुकाम-खांसी या इन्फेक्टेड व्यक्ति से 2 मीटर की दूरी रखें.
  • फोन या दूसरी जरूरी चीजें, जिनका आप ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उन्हें सैनिटाइज करते रहें.
  • खांसी या छींक आने पर मुंह को टिश्‍यू पेपर से कवर करें.
  • बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.
  • किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर विशेषज्ञ से परामर्श करें, लापरवाही न करें.