Hemant Soren Oath: राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर आज शपथ लेंगे हेमंत सोरेन
आज गुरुवार शाम 4 बजे राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन का ये मुख्यमंत्री के रूप में चौथा कार्यकाल होगा.
आज गुरुवार को झारखंड को अपना मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है. आज हेमंत सोरेन झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे. शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए पक्ष और विपक्ष के कई प्रमुख नेताओं को न्योता भेजा गया है.
मुख्यमंत्री के तौर पर होगा चौथा कार्यकाल
गुरुवार शाम 4 बजे राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन का ये मुख्यमंत्री के रूप में चौथा कार्यकाल होगा. बता दें कि झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे. इसमें हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन को 56 सीटें हासिल हुई हैं. झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार और सीपीआई एमएल को दो सीटों पर जीत मिली है. राज्य में पहली बार कोई सरकार दो तिहाई बहुमत के साथ बनने जा रही है.
शपथ ग्रहण से पहले सोशल मीडिया पर किया ये पोस्ट
शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए जनता का आभार व्यक्त किया और राज्य के सामाजिक न्याय, एकता और संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने लिखा, ‘आज का दिन ऐतिहासिक होगा - एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा. झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो - भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो- झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘आज का यह दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं है, आज का यह दिन हमारी सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है.आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है. आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रहा है - अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज. इसमें कोई संदेह न रखें - हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है. हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है. जब जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं. जब जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और प्रखर होती जाती है क्यूंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है.’
हेमंत सोरेन ने आगे कहा, ‘आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा." उन्होंने राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि "हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है. संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक रहेगा.’