Christmas 2023: ये देश 25 दिसंबर नहीं, 7 जनवरी को मनाते हैं क्रिसमस डे, जानिए इसकी वजह!
भारत समेत तमाम देशों में क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है, लेकिन कई देश इसे 7 जनवरी को सेलिब्रेट करते हैं. यहां जानिए क्या है इसकी वजह.
Christmas ईसाइयों का त्योहार है. माना जाता है कि इस दिन ईसाह मसीह का जन्म हुआ था. हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन को बड़ा दिन भी कहा जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसे तमाम देश हैं जो ईसाह मसीह के जन्म की तारीख 7 जनवरी मानते हैं और इसलिए वो क्रिसमस का पर्व 25 दिसंबर की बजाय 7 जनवरी को मनाते हैं. आइए आपको बताते हैं इन देशों के बारे में और इसकी वजह के बारे में-
जानिए क्या है वजह
25 दिसंबर की बजाय 7 जनवरी को क्रिसमस मनाने के पीछे की वजह कैलेंडर है. दरअसल, ग्रेगोरियन और जूलियन कैलेंडर में 13 दिनों का अंतर होता है और यही अंतर क्रिसमस की तारीख के बीच पड़ रहा है. ग्रेगोरियन कैलेंडर को वर्ष 1582 में पोप ग्रेगोरी ने शुरू किया था, जबकि जूलियन कैलेंडर को 46 BC में जूलियस सीजर ने शुरू किया था.
साल 1752 में इंग्लैंड ने जूलियन कैलेंडर की जगह ग्रेगोरियन कैलेंडर फॉलो करना शुरू कर दिया. जिसके मुताबिक क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर के दिन पड़ता है. इंग्लैंड के इस कैलेंडर को अपनाने के बाद पश्चिम के ज्यादातर देशों ने भी ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपना लिया और क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाना शुरू कर दिया. लेकिन कुछ देश आज भी ऐसे हैं जो ग्रेगोरियन कैलेंडर की बजाय जूलियन कैलेंडर को ही मानते हैं. वे क्रिसमस का पर्व 7 जनवरी को मनाते हैं.
7 जनवरी को क्रिसमस मनाने वाले देश
7 जनवरी को क्रिसमस मनाने वाले देशों में बड़ा नाम है रूस, मिस्र और इजरायल का. इनके अलावा यूक्रेन, बुल्गारिया, मोल्दोवा, मैसेडोनिया, इथियोपिया, जॉर्जिया, ग्रीस, रोमानिया, सर्बिया, बेलारूस, मोंटेनेग्रो और कजाकिस्तान भी इस लिस्ट में शामिल हैं.
यीशू के जन्म की तारीख को लेकर भी कई मान्यताएं
यीशू के जन्म की तारीख को लेकर भी कई तरह की मान्यताएं हैं. तमाम लोगों का यीशू के जन्म को लेकर मानना है कि वे ईस्टर के दिन अपनी मां के गर्भ में आए थे. गर्भ में आने का दिन कुछ लोग 25 मार्च को मानते हैं तो वहीं कुछ लोग 6 से 7 अप्रैल मानते हैं. इसके आधार पर नौ महीने 25 दिसंबर और 6-7 जनवरी को पूरे होते हैं. इस कारण देशों में यीशू का जन्मदिन 25 दिसंबर और कुछ देशों में 6 और 7 जनवरी को मनाया जाता है. हालांकि इनमें से किसी भी डेट का सटीक प्रमाण नहीं है. यीशू के जन्म को लेकर कहीं भी किसी तारीख या दिन का जिक्र नहीं मिलता है.