Chandrayaan-3 Launch: चंद्रयान-3 का काउंटडाउन शुरू, PM मोदी ने कहा 'Good Luck', ISRO के वैज्ञानिकों का धन्यवाद
Chandrayaan-3 Mission: अब कुछ ही देर में चंद्रयान-3 को मिशन की लॉन्चिंग होने वाली है. दोपहर 02:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जाएगा.
Chandrayaan-3 Mission: अब कुछ ही देर में चंद्रयान-3 को मिशन की लॉन्चिंग होने वाली है. दोपहर 02:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जाएगा. पूरे देश की निगाहें इस लॉन्चिंग पर टिकी हैं. इसको लेकर पीएम मोदी सहित तई बड़ें नेताओं ने ISRO टीम को बधाई दी है.
चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग के मौके पर PM मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी. ISRO टीम को गुडलक कहते हुए मोदी ने लिखा, 'चंद्रयान-3 मिशन के लिए शुभकामनाएं! मैं आप सभी से इस मिशन और अंतरिक्ष, विज्ञान और नवाचार में हमने जो प्रगति की है, उसके बारे में और अधिक जानने का आग्रह करता हूं. इससे आप सभी को बहुत गर्व महसूस होगा।' PM ने कहा कि 'हमारे वैज्ञानिकों को धन्यवाद, अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत का इतिहास बहुत समृद्ध है.ArvindKejriwal ने ट्वीट कर दी बधाई
दिल्ली के CM Arvind Kejriwal ने ट्वीट कर आज देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन बताया देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन चंद्रयान-3 मिशन के द्वारा भारत एक बार फिर चांद पर कदम रखने की कोशिश करेगा. इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की पूरी टीम के साथ-साथ और समस्त देशवासियों को अनंत शुभकामनाएँ. उम्मीद है कि हम शीघ्र ही चांद पर भी तिरंगा फहराएंगे.राजनाथ सिंह ने ISRO टीम को दी शुभकामनाएं आज का यह दिन, भारतीय इतिहास में एक विशेष महत्व का है. मिशन चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग, नये भारत की आकांक्षाओं को नया आकाश देने जा रही है. इस मिशन में हमारे देश के वैज्ञानिकों की वर्षों की मेहनत, लगन, समर्पण और प्रतिबद्धता जुड़ी हुई है. यह मिशन सफल हो, इसके लिए ISRO की पूरी टीम को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं.
कोरोना के कारण चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग में हुई देरी
पहले चंद्रयान-3 मिशन को साल 2021 में लॉन्च किया जाना था, लेकिन कोरोना के चलते इसको लॉन्च करने में देर हो गई. चंद्रयान-3,चंद्रयान-2 का फॉलोअप है, जो 2019 में लॉन्च किया गया था. चंद्रयान-2 में लैंडर क्रैश हो गया था और अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा को उसका मलबा मिला था. चंद्रयान-3 का कितना है बजट? चंद्रयान-3 का कुल खर्च 600 करोड़ रुपए ज्यादा आया है. इससे पहले चंद्रयान-2 के लिए 900 करोड़ से ज्यादा का बजट आवंटित किया गया था. हालांकि अगर इसकी तुलना चीन और अमेरिका के मून मिशन से की जाए तो ये काफी कम है. साउथ पोल पर उतरेगा चंद्रयान-3 चंद्रयान-3 को चांद के साउथ पोल पर उतारा जाएगा. इसका कारण है कि चांद का साउथ पोल, नॉर्थ पोल की तुलना में ज्यादा बड़ा है. यहां पानी के होने की संभावना है और यहीं पर शैडो एरिया भी दिखता है. कैसा होगा चंद्रयान-3 का सफर लॉन्चिंग के बाद रॉकेट इसे पृथ्वी के बाहरी ऑर्बिट तक ले जाएगा. इस दौरान रॉकेट 36 हजार किमी/घंटे की अधिकतम रफ्तार तक सफर करेगा. इसे पूरा करने में इसे 16 मिनट लगेंगे. इसके बाद अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा में 5-6 बार घूमेगा. फिर धीरे-धीरे इसे चांद की कक्षा में स्थापित किया जाएगा. इसके बाद प्रपल्शन मॉड्यूल लैंडर के साथ तेज गति से चांद की कक्षा में जाने की एक महीने लंबी यात्रा शुरू कर देगा.