Chandrayaan-3 की नजर से देखिए चंद्रमा और पृथ्वी, चांद पर लैंडिंग से पहले ISRO ने शेयर की ये तस्वीरें
इसरो ने एक साथ दो तस्वीरें जारी की हैं और बताया है कि एक तस्वीर पृथ्वी की है, जिसे लैंडर कैमरे ने लॉन्च के एक दिन बाद लिया था, वहीं दूसरी तस्वीर चांद की कक्षा में प्रवेश करने के एक दिन बाद ली गई है.
इस समय चंद्रयान-3 तेजी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है. वो चांद की तीसरी कक्षा में प्रवेश कर चुका है. इस बीच भारतीय अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने गुरुवार को चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल से ली गई चंद्रमा और पृथ्वी की ताजा छवियों का एक सेट शेयर किया है. इसरो ने एक साथ दो तस्वीरें जारी करते हुए बताया है कि एक तस्वीर पृथ्वी की है, जिसे लैंडर कैमरे ने लॉन्च के एक दिन बाद लिया था, वहीं दूसरी तस्वीर चांद की कक्षा में प्रवेश करने के एक दिन बाद ली गई है.
चांद की तस्वीर में इसरो ने ओशनस प्रोसेलरम के साथ-साथ चांद की सतह पर बड़े, अंधेरे मैदानों में से एक चंद्रमा के क्रेटर एडिंगटन, एरिस्टार्चस और पाइथागोरस को भी चिन्हित किया है. इन तस्वीरों को उसने X यानी इसरो के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. इन तस्वीरों को देखकर लगता है कि भविष्य में चांद को लेकर कई बड़े रहस्य खुल सकते हैं.
अभी चांद की तीसरी कक्षा में है चंद्रयान
बता दें अंतरिक्ष यान ने 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. अभी वो चांद की तीसरी कक्षा में घूम रहा है. उसकी ऑर्बिट 174 km x 1437 km है. अगला ऑपरेशन 14 अगस्त 2023 को 11:30 से 12:30 बजे के बीच किया जाएगा. इसके बाद 17 अगस्त को प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अलग हो जाएंगे. फिर डी-ऑर्बिटिंग की कवायद शुरू की जाएगी. 18 से 20 अगस्त के बीच डीऑर्बिटिंग होगी यानी चांद के ऑर्बिट की दूरी को कम किया जाएगा. 23 अगस्त की शाम को करीब 5:47 बजे चंद्रयान की लैंडिंग कराई जाएगी.
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा चंद्रयान
इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. चांद के इस हिस्से पर अभी तक दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंचा है. अगर भारत ऐसा करने में सफल होता है तो वो चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला हिंदुस्तान दुनिया का पहला देश हो जाएगा.