देश की राजधानी दिल्‍ली में दिवाली से पहले ही प्रदूषण बढ़ने लगा है. बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर काम कर रही है. इस बीच दिल्ली में लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी है. गुरुवार को कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब श्रेणी में पहुंच गया.अलीपुर में एक्यूआई 261 दर्ज किया गया है. अशोक विहार में 261, द्वारका सेक्टर-8 में 339, मुंडका में 370, पटपड़गंज में 322 दर्ज किया गया है. 

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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच तमिलनाडु से दिल्ली आए महावीर ने बताया कि प्रदूषण से बचाव के लिए चेहरे पर मास्क लगाया है. मैंने सुना है कि दिल्ली में अक्टूबर माह में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है. ये अब महसूस भी हो रहा है. मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. इसलिए मास्क लगाकर घूमना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार जो गाइडलाइंस प्रदूषण की रोकथाम के लिए बना रही है, उसे आम लोगों को भी फॉलो करना चाहिए. जिससे प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके.

बता दें कि हाल ही में दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा था करीब तीन माह के बाद वायु की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंची है. इसे देखते हुए ग्रैप-1 लागू कर दिया गया है. वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और गोपाल राय ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक के बाद बताया गया था कि धूल प्रदूषण रोकने के लिए 99 टीमें निर्माण स्थलों का निरीक्षण करेंगी. जिसमें पीडब्ल्यूडी से 200, एमसीडी से 30, एनसीआरटीसी 14 और डीएमआरसी से 80 एंटी स्मॉग गन की तैनाती की जाएगी. दिल्ली सरकार ने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि वह पटाखे न जलाए, कहीं पर भी प्रदूषण होता पाएं तो ग्रीन दिल्ली एप पर सूचना दें.

क्‍या है AQI 

हवा की क्वालिटी मापने के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index-AQI) का इस्तेमाल किया जाता है. AQI एक ईकाई है, जिसके आधार पर ये पता चलता है कि उस जगह की हवा सांस लेने लायक है या नहीं.  AQI में 8 प्रदूषक तत्वों सल्फर PM10, PM2.5, NO2, SO2, CO, O3, NH3 और PB को देखा जाता है कि उनकी मात्रा कितनी है. अगर उनकी तय लिमिट से ज्यादा मात्रा होती है, तो समझ जाता है कि वहां की हवा प्रदूषित है.

AQI के छह मानक

एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के छह मानक  होते हैं, जो ये बताते हैं कि शहर की हवा सांस लेने योग्‍य है या नहीं. ये छह मानक हैं- अच्छी, संतोषजनक,सामान्‍य, खराब, बहुत खराब और गंभीर जैसी कैटेगरी शामिल हैं. 0-50 के बीच 'अच्‍छी', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'सामान्य', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.