Akshaya Tritiya 2023: हिंदू त्योहारों में अक्षय तृतीया का बहुत अधिक महत्व है. धर्म शास्त्रों में इस पुण्य शुभ पर्व की कथाओं के बारे में बहुत कुछ विस्तार पूर्वक कहा गया है. इनके अनुसार यह दिन सौभाग्य और संपन्नता का सूचक होता है. दशहरा, धनतेरस, देवउठान एकादशी की तरह ही अक्षय तृतीया को अभिजीत, अबूझ मुहुर्त या सर्वसिद्धि मुहूर्त भी कहा जाता है. क्योंकि इस दिन किसी भी शुभ कार्य करने हेतु पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती. अर्थात इस दिन किसी भी शुभ काम को करने के लिए आपको मुहूर्त निकलवाने की आवश्यकता  नहीं होती है. ऐसे में अगर आपके बच्चों की शादी-ब्याह में अड़चन आ रही है, तो इस अक्षय तृतीया पर आप कुछ आसान से उपायों से इन अड़चनों को खत्म कर सकते हैं. इस विषय में विस्तार से बता रहे हैं श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान के अध्यक्ष प्रसिद्ध (ज्योतिषाचार्य) गुरूदेव पंडित ह्रदय रंजन शर्मा.

शादी में हो रही बाधा दूर करने के उपाय

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इस उपाय को अक्षय तृतीया के दिन किया जाता है. इस दिन अक्षय मुहूर्त माना गया है. यह शुभ मुहूर्त है. यह उपाय रात के समय में किया जाता है. आप को एक चौकी या पटिए पर पीला कपड़ा बिछाना चाहिए और पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके बैठ जाए. पूजा स्थल पर मां पार्वती का चित्र रख लें. चौकी पर एक मुट्ठी गेहूं रख दें. गेहूं की ढेरी पर विवाह बाधा निवारण विग्रह (यंत्र) स्थापित करने के बाद चंदन अथवा केसर से तिलक लगा दें. यह पूरी प्रक्रिया ठीक से होने के बाद हल्दी की माला से इस मंत्र का जाप करना चाहिए.

युवतियों के लिए यह मंत्र 

ऊं गं घ्रौ गं शीघ्र विवाह सिद्धये गौर्यै फट्.

युवक करें इस मंत्र का जाप

पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम.

तारणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोदभवाम..

इस मंत्र की तीन-तीन माला 7 दिनों तक नियमित जपना चाहिए. अंतिम दिवस को इस सामग्री को मंदिर में ले जाकर देवी पार्वती के चरणों में समर्पित कर दें. इसे श्रद्धा और विश्वास से करने पर शीघ्र ही विवाह हो जाएगा. यह सिद्ध प्रयोग है, इसलिए मन में कोई संदेह न रखें. नहीं तो यह प्रभावशाली नहीं रहेगा.

अन्य सौभाग्य वर्धक उपाय

  • आकस्मिक धन प्राप्ति के लिए अक्षय तृतीया से प्रारंभ करते हुए माता लक्ष्मी के मंदिर में प्रत्येक शुक्रवार धूपबत्ती व गुलाब की अगरबत्ती दान करें. ऐसा करने से जीवन में अचानक धन प्राप्ति के योग बनते हैं.
  • धनधान्य की वृद्धि के लिए अक्षय तृतीया को एक मुट्ठी बासमती चावल सर से 11 बार ऊसर कर बहते हुए जल में श्री महालक्ष्मी का ध्यान करते हुए व श्री मंत्र का जप करते हुए जल प्रवाह कर दें. आश्चर्यजनक लाभ होगा.
  • कर्ज से मुक्ति के लिए अक्षय तृतीया पर कनकधारा यंत्र की लाल वस्त्र पर पूजा घर में स्थापना करें. पंचोपचार से पूजा करें. 51 दिन तक श्रद्धा से यंत्र का पाठ करें. धीरे-धीरे ऋण कैसे उतर गया, यह पता भी न चलेगा.
  • स्फटिक के श्रीयंत्र को पंचोपचार पूजन द्वारा विधिवत स्थापित करें. माता लक्ष्मी का ध्यान करें, श्रीसूक्त का पाठ करें.
  • जितना संभव हो सके, मंत्र ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नयै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात् का कमलगट्टे की माला से नियमित जप करें. नियमित रूप से एक गुलाब अर्पित करते रहें.
  • इस प्रकार पूजा करके ऐसे श्रीयंत्र को आप इस दिन व्यावसायिक स्थल पर भी स्थापित कर सकते हैं. माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
  • अक्षय तृतीया का व्रत रखकर और गर्मी में निम्न वस्तुओं जैसे- छाता, दही, जूता-चप्पल, जल का घड़ा, सत्तू, खरबूजा, तरबूज, बेल का सरबत, मीठा जल, हाथ वाले पंखे, टोपी, सुराही आदि वस्तुओं का दान करने से भाग्योन्नति में बाधा पहुचाने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलती है.
  • अक्षय तृतीया के दिन 11 कौड़ियों को लाल कपडे में बांधकर पूजा स्थान में रखने से देवी लक्ष्मी आकर्षित होती हैं. देवी लक्ष्मी के समान ही कौड़ियां भी समुद्र से उत्पन्न हुई हैं.
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