व्हाट्सऐप (WhatsApp) के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर (Twitter) पर कुछ दिनों में ऐसी सुविधा उपलब्ध होगी जो किसी भ्रामक या गलत जानकारी वाले ट्वीट को रीट्वीट करने पर यूजर्स को एक चेतावनी दिखाएगी. कंपनी यह सर्विस अगले महीने पांच मार्च से शुरू कर देगी. इस सर्विस का मकसद उन भ्रामक या गलत जानकारी को फैलने से रोकना है जो सर्वजन की सुरक्षा के लिए या मतदाता को प्रभावित कर सकती हैं.

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ट्विटर जल्द ही अपने मंच पर ट्वीट की लेबलिंग करने लगेगी. वह भ्रामक या तोड़-मरोड़ कर पेश की गई जानकारी की पहचान करेगी. साथ ही लोगों को गलत सूचना देने वाले ऐसे ट्वीट को हटाने के भी कदम उठाएगी. इसके अलावा भ्रामक जानकारी वाले ट्वीट को साझा करने से पहले यूजर्स को चेतावनी भी देगी. इसका मकसद ऐसे ट्वीट का प्रसार रोकना है.

भ्रामक जानकारियों के खिलाफ ट्विटर की ओर से इस तरह का कदम उठाने की घोषणा ऐसे समय की गई है जब दुनियाभर में सोशल मीडिया पर फर्जी या छेड़छाड़ की गई जानकारी, फर्जी वीडियो और उनके भयानक प्रभावों को लेकर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं.

ट्वीट पर लगेगा ठप्पा

जानकारी के मुताबिक, किसी ट्वीट में साझा की गयी मीडिया सामग्री यदि फर्जी या छेडछाड़ की हुई लगेगी तो उस ट्वीट पर एक तरह का लेबल (ठप्पा) लगाया सकता है और ऐसे ट्वीट को दोबारा ट्वीट करने या लाइक करने से पहले यूजर्स को चेतावनी दिखाई देगी. इस तरह के ट्वीट पर ठप्पा लगाने का काम पांच मार्च, 2020 से शुरू होगा. इसके अलावा जिन ट्वीट पर ‘जरूर देखें’लिखा पाया गया तो उसे भी हटाया जा सकता है. 

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वीडियो के गलत होने की जांच के लिए ट्विटर यह देखेगा कि क्या उस वीडियो को इस तरह से एटिड किया गया है जिससे उसका मूलभाव बदल गया है. इसके अलावा कंपनी वीडियो को नए फ्रेम में ढालने, ऊपर से आवाज डालने और सबटाइटल के संशोधित किए जाने की भी जांच करेगी. कंपनी यह भी देखेगी कि किसी व्यक्ति को दिखाने वाले वीडियो को बनाया गया है या उसे गढ़ा गया है.