लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से लोग ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस कॉलिंग का काफी फायदा उठा रहे हैं. पिछले दो महीनों में इसकी काफी डिमांड बढ़ी है. बढ़ती डिमांड को देखते हुए ही टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक एडवाइजरी जारी की है. लोगों से ऑडियो कॉन्फ्रेंस प्लेटफॉर्म से जुड़ने के दौरान सावधानी बरतने की अपील की गई है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म से अनजाने में अंतरराष्ट्रीय नंबर डायल करने पर कुछ यूजर्स को भारी बिल चुकाना पढ़ रहा है. इसे लेकर TRAI ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है.

किन बातों का रखना है ध्यान

ऑनलाइन ऑडियो-वीडियो कॉल करने से पहले उसकी नियम-शर्तों और कॉल रेट की जानकारी होना जरूरी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय वीडियो और ऑडियो कॉलिंग के लिए कुछ लोगों से शुल्क लिया गया है. ऐसे में ज़रूरी है कि वीडियो और ऑडियो कॉलिंग के लिए जिस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसके इस्तेमाल करने की शर्तों को ध्यान से पढ़ें. नहीं तो कई लोग अनजाने में अंतरराष्ट्रीय नंबर डायल करते हैं और ऐसे में ISD रेट लागू हो जाता है.

यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफार्मों की तरफ से मिलने वाली डायल-इन सेवा का इस्तेमाल करने से पहले नियम और शर्तों की पूरी तरह जांच लें.

ट्राई ने कॉल टर्मिनेशन चार्ज में कुछ बदलाव भी किए हैं. अंतरराष्ट्रीय कॉल के शुल्क में एक दायरे में बढ़ोत्तरी करने की छूट दी है. पहले ये 30 पैसे प्रति मिनट थी, जिसे अब 35-65 पैसे प्रति मिनट कर दिया है. 

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

कोरोना के चलते लोग वर्क फ्रॉम करने में ऑफिस के काम के लिए लगातार ऑनलाइन क्रॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में ये ज़रूरी है कि यूजर कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म या एप प्रोवाइडर्स के नंबर और हेल्पलाइन को डायल करने से पहले एप्लिकेशन शुल्क देख लें.