सोशल मीडिया पर कोरोना की गलत जानकारी देनी पड़ सकती है भारी, हो सकती है जेल
कुछ लोग सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी शेयर कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार कार्रवाई कर रही है.
पूरा देश मिलकर कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) से लड़ने के लिए एकजुट है. कोविड-19 को खत्म करने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) लागू है. सरकार मीडिया और सोशल मीडिया (Social Media) के तमाम माध्यमों से इस महामारी को लेकर जागरुक कर रही है. सरकार लोगों से बार-बार कह रही है कि कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों से दूर रहें और पैनिक में न आएं.
लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग सोशल मीडिया पर इस महामारी के बारे में कुछ गलत और भ्रामक जानकारी शेयर कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में व्हाट्सऐप (WhatsApp) पर कोविड-19 से जुड़ी गलत सूचना साझा करने के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने बताया कि महिला ने अपनी पोस्ट में दावा किया था कि शहर के न्यू अलीपुर इलाके में 15 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और राज्य सरकार सूचना दबा रही है. कुछ लोगों ने न्यू अलीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद महिला को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि ज्योतिष राय रोड की निवासी महिला अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं दे सकी.
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बता दें कि भारत सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों को एक निर्देश जारी कर फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने और अपने प्लेटफॉर्म पर कोरोनोवायरस से संबंधित गलत सूचना पर अंकुश लगाने के लिए कहा है.