IBM, Accenture समेत दिग्गज टेक कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे पीएम मोदी, राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में लेंगे हिस्सा
PM Modi America Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे हैं. इस यात्रा में पीएम मोदी कई बड़ी टेक कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे.
PM Modi America Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने और संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख बैठक को संबोधित करने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे हैं. अमेरिका में पीएम मोदी रविवार 22 सितंबर को अडोबी, गूगल, IBM, मॉर्डर्ने, Eli Lilly, Accenture, ACH, NVIDIA और वेरिजॉन के सीईओ से मुलाकात करेंगे. पीएम मोदी टेक्नोलॉजी क्षेत्र में काम करने वाली शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ एक राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस करेंगे.
राष्ट्रपति बाइडन, पीएम एंथनी अल्बनीज और फुमियो किशिदा से करेंगे द्विपक्षीय बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले विलमिंगटन पहुंचें, जहां 21 सितंबर को क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ शामिल होंगे. मोदी तीनों क्वाड देशों के नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. अमेरिका रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा, 'मैं भारतीय प्रवासियों और खास तौर से अमेरिकी व्यापारिक दिग्गजों के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक हूं, जो प्रमुख हितधारक हैं और दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्रों के बीच अनूठी साझेदारी को जीवंत करते हैं.'
अमेरिका रवाना होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को इस यात्रा से पहले कहा, 'आज,मैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा उनके गृहनगर विलमिंगटन में आयोजित किए जा रहे क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के लिए अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं. मैं क्वाड शिखर सम्मेलन में अपने सहयोगियों राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बानीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ शामिल होने के लिए उत्सुक हूं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह भारतीय प्रवासी समुदाय और अमेरिकी महत्वपूर्ण व्यावसायिक नेताओं से बातचीत करेंगे. उनका कहना है कि यह यात्रा दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी लोकतंत्रों (भारत और अमेरिका) के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी. बकौल पीएम मोदी, 'मैं मानवता के छठे हिस्से के विचारों को साझा करूंगा क्योंकि शांतिपूर्ण और सुरक्षित भविष्य में उनकी हिस्सेदारी दुनिया में सबसे अधिक है.'