mobile tariff hike: आने वाले दिनों में आपका मोबाइल खर्च बढ़ सकता है. प्राइवेट सेक्टर की टेलीकॉम कंपनियां चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) से अपनी टैरिफ रेट (mobile tariff) में बढ़ोतरी कर सकती हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक, देश में प्राइवेट सेक्टर की टॉप तीन कंपनियां फिर बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू करेंगी. मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में इन कंपनियों की इनकम 20-25 प्रतिशत तक बढ़ सकती है.

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प्रति यूजर्स औसत राजस्व में बढ़ोतरी जरूरी

खबर के मुताबिक, घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की रिसर्च यूनिट की एक रिपोर्ट में कहा गया कि इंडस्ट्रीज के लिए नेटवर्क और स्पेक्ट्रम में निवेश करने के लिए प्रति यूजर्स औसत राजस्व में बढ़ोतरी जरूरी है. अगर वे ऐसा नहीं करेंगे तो सर्विस की क्वालिटी खराब हो सकती है. जियो के आने के बाद शुरू हुई तेज कॉम्पिटीशन के बाद इंडस्ट्री ने दिसंबर 2019 से शुल्क दरों में बढ़ोतरी (mobile tariff hike) शुरू कर दी थी.

राजस्व में जोरदार बढ़ोतरी की उम्मीद 

रिपोर्ट के मुताबिक, टॉप तीन कंपनियों (Jio, airtel और vi) के राजस्व में चालू वित्त वर्ष के दौरान 20-25 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 2021-22 में प्रति यूजर औसत राजस्व (ARPU) में पांच प्रतिशत की धीमी बढ़ोतरी के बाद अब 2022-23 में 15-20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की उम्मीद है.

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चार्ज बढ़ जाएंगे

टैरिफ बढ़ने से देश की दिग्गज मोबाइल कंपनियां - एयरटेल (Airtel), रिलायंस जियो (Reliance Jio) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के टैरिफ बढ़ जाएंगे. इससे इन सभी कंपनियों के प्लान महंगे हो जाएंगे. तमाम तरह की सर्विसेस के लिए चार्ज बढ़ जाएंगे. पिछली बार तीनों कंपनियों की तरफ से टैरिफ दरों में बढ़ोतरी (mobile tariff hike) के बाद प्लान एकदम से महंगे हो गए. इसका असर अगले कुछ महीनों में देखने को मिला जब मोबाइल यूजर्स की संख्या में गिरावट देखी गई थी.