ट्राई के निर्देश नहीं मान रहीं मोबाइल कंपनियां, आउटगोइंग बंद करने के नहीं रुक रहे SMS
ट्राई ने कंपनियों से कहा था कि ऐसे ग्राहक जिनके खाते में ‘पर्याप्त’ राशि उपलब्ध है मासिक अवधि बीतने के बावजूद उनके कनेक्शन तुरंत बंद नहीं करें. लेकिन ग्राहकों को लगातार इस संबंध में एसएमएस मिल रहे हैं.
भारतीय दूरसंचार नियामक ट्राई की बात का मोबाइल कंपनियों पर कोई असर नहीं हो रहा है. हाल में दो प्रमुख सेवा प्रदाताओं भारती एयरटेल और वोडाफोन ने हाल में न्यूनतम मासिक रिचार्ज को अनिवार्य बनाने का ऐलान किया था. इसके तहत कंपनियां ग्राहकों को लगातार एसएमएस भेजकर रिचार्ज कराने को कह रही हैं. इस पर ट्राई ने कंपनियों से कहा था कि ऐसे ग्राहक जिनके खाते में ‘पर्याप्त’ राशि उपलब्ध है मासिक अवधि बीतने के बावजूद उनके कनेक्शन तुरंत बंद नहीं करें. लेकिन ग्राहकों को लगातार अब भी इस संबंध में SMS मिल रहे हैं.
एक ग्राहक को मिला एसएमएस
ट्राई के विचार
ट्राई के चेयरमैन आर. एस. शर्मा ने हाल में कहा था “टैरिफ और प्लान को लेकर हम आम तौर पर हस्तक्षेप नहीं करते हैं, लेकिन खाते में पर्याप्त राशि होने के बावजूद अगर लोगों से कहा जा रहा है कि उनकी सेवाएं काट दी जाएंगी तो ये सही नहीं है.” इस संबंध में सेवा प्रदाताओं को मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी कर दिये गए थे.
प्लान खत्म होने की दें जानकारी
ट्राई ने सेवा प्रदाताओं को ‘स्पष्ट रूप से उपभोक्ताओं को यह बताने का निर्देश दिया है कि उनका मौजूदा प्लान कब खत्म हो रहा है.’ साथ ही उपभोक्ताओं को न्यूनतम रिचार्ज सहित अन्य विकल्पों के बारे में भी साफ तौर पर जानकारी देने का निर्देश दिया गया है. उसने सभी सेवा प्रदाताओं को उपभोक्ताओं को तत्काल मोबाइल संदेश के जरिए जानकारी देने को कहा है. ट्राई ने कहा है कि इसमें 72 घंटे से अधिक की देरी नहीं होनी चाहिए.
ट्राई ने दिए थे स्पष्ट निर्देश
ट्राई ने सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिया है, “इस अवधि तक ऐसे उपभोक्ता जिनके प्रीपेड अकाउंट में न्यूनतम रिचार्ज के बराबर राशि है, उनकी सेवाएं नहीं काटी जानी चाहिए.” दरअसल, मुकेश अंबानी वाली रिलायंस जियो से कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण अन्य दूरसंचार कंपनियां राजस्व और उपभोक्ताओं की संख्या में कमी से जुड़ी दिक्कतों का सामना कर रही हैं.