गूगल का सर्च इंजन कितना स्पीडली काम करता है ये तो सभी जानते हैं. इसे टक्कर देने के लिए बाजार में माइक्रोसॉफ्ट के Bing ने एंट्री ली. लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला इससे कुछ नाराज नजर आ रहे हैं. उन्होंने इसके लिए एप्पल के सामने एक डील रखी है. बता दें, माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और CEO सत्या नडेला ने स्वीकार किया है कि कंपनी का बिंग सर्च इंजन गूगल (Bing Search Engine Google) जितना अच्छा नहीं है और Apple का डिफॉल्ट सर्च इंजन बन रहा है. बिंग को ग्लोबल सर्च मार्केट में बढ़ने में मदद मिल सकती है.

एप्पल के साथ डील करना चाहता है माइक्रोसॉफ्ट

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार देर रात ऐतिहासिक US बनाम Google Anti-Trust Trial में एक गवाही के दौरान, नडेला ने कहा कि वह सर्च को अब तक की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर श्रेणी के रूप में देखते हैं.

उन्होंने कहा, "जब तक मैंने सर्च नहीं देखा, तब तक मैं विंडोज और ऑफिस को आकर्षक व्यवसाय मानता था." उन्होंने कहा कि अगर Apple बिंग पर स्विच करता है, तो माइक्रोसॉफ्ट Apple को सौदे के सभी फाइनेंशियल फायदे देने के लिए तैयार है, और "वह इस प्रोसेस में हर साल 15 बिलियन डॉलर तक निवेश के लिए तैयार है."

नडेला ने कहा कि वह Apple यूजर्स के सर्च इंजन में बिंग ब्रांड को छिपाने और कंपनी की किसी भी गोपनीयता इच्छा का सम्मान करने के इच्छुक हैं. उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया, "यूजर्स के व्यवहार में बदलाव के मामले में डिफॉल्ट ही एकमात्र ऐसी चीज है जो मायने रखती है."

नडेला ने एप्पल के सामने रखा प्रस्ताव

नडेला के लिए, Apple का डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन बनना पैसे के बारे में नहीं होगा, कम से कम सीधे तौर पर नहीं. गवाही के दौरान उन्होंने कहा, "हमें कम लालची और अधिक प्रतिस्पर्धी होने की जरूरत है." यह पूछे जाने पर कि क्या माइक्रोसॉफ्ट ने Apple का डिफॉल्ट सर्च इंजन बनने की कोशिश की, नडेला ने कहा हां लेकिन प्रयास सफल नहीं हुआ.

उन्होंने कहा, न केवल गूगल सौदे का अर्थशास्त्र Apple के लिए बेहद अनुकूल है, बल्कि रिपोर्ट के अनुसार, Apple को यह भी डर हो सकता है कि अगर गूगल ने डिफ़ॉल्ट स्थिति खो दी, तो वह क्या करेगा. गूगल के पास Gmail और YouTube जैसी बेहद लोकप्रिय सेवाएं भी हैं.

नडेला ने कहा कि AI में बाजार को थोड़ा हिलाने की क्षमता है, लेकिन उनका यह भी मानना है कि यह "गूगल के प्रभुत्व को और मजबूत कर सकता है." अमेरिकी न्याय विभाग का आरोप है कि गूगल, जिसका सर्च मार्केट में लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा है, ने प्रतिस्पर्धा और नवाचार को ख़त्म करने के लिए अपने सर्च इंजन के प्रभुत्व का दुरुपयोग किया है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें