रिलायंस जियो (Jio) को छोड़कर अन्य सभी टेलीकॉम कंपनियां भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा राजमार्गों और रेल मार्गों पर किए गए कॉल ड्रॉप (बात करते करते कॉल कटना) परीक्षण में विफल हो गई हैं. ट्राई की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ट्राई ने कहा कि उसके द्वारा नियुक्त एजेंसी ने 8 राजमार्गों और 3 रेल मार्गों पर स्वतंत्र कॉल ड्रॉप परीक्षण किया. भारती एयरटेल (Airtel), वोडाफोन-आइडिया और सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के 3जी और 2जी नेटवर्क 4 राजमार्गों और 3 रेल मार्गों पर कॉल ड्रॉप मानक पर विफल रहे. कॉल ड्रॉप में विफल रही कंपनियों में रिलायंस जियो का नाम नहीं है.

इन्‍डोर नेटवर्क में सुधार कर रही है जियो

‍रिलायंस जियो ग्राहकों को लाभ पहुंचाने के लिए एक और धमाकेदार योजना पर काम कर रही है. अगर सबकुछ ठीक रहा तो ग्राहकों को घर के अंदर (Indoor) भी वह फास्‍ट इंटरनेट स्‍पीड मिलेगी जो घर के बाहर (Outdoor) मिलती है. जियो नेट की घर के भीतर फास्‍ट स्‍पीड मुहैया कराने के लिए सैमसंग नैटवर्क्‍स बहुत तेजी से काम कर रही है. इससे जल्‍द ही जियो का जनसंख्‍या कवरेज 99% हो जाएगा.

क्‍या है रणनीति

सैमसंग नेटवर्क्‍स इंडोर कवरेज को बेहतर करने के लिए बड़ी मात्रा में छोटे सेल डिप्‍लॉय कर रही है. साथ ही आउटडोर कवरेज को भी और फास्‍ट बनाया जा रहा है. सैमसंग इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्रीनि सुंदराजन ने कहा कि कंपनी दोनों नेटवर्क को फास्‍ट करने के लिए काम कर रही है. जियो हमें अपने ग्राहकों की नेटवर्क जरूरतों के बारे में लगातार अपडेट कर रही है. ईटी की खबर के मुताबिक इंडोर नेटवर्क का इस्‍तेमाल आउटडोर से कहीं ज्‍यादा है. इसलिए हमने इंडोर नेटवर्क पर फोकस करना शुरू किया है.

एजेंसी इनपुट के साथ