कोरोना वारियर्स की सेहत पर नजर रखेगा 'चिकित्सा सेतु' ऐप, फोन पर ही मिलेगी ट्रेनिंग
चिकित्सा सेतु ऐप फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स के लिए एक रक्षा कवच की तरह काम करेगा.
कोविड-19 महामारी पर नजर रखने और लोगों को इससे अलर्ट करने के लिए केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च किया था. इस ऐप को करीब 10 करोड़ लोग अपने मोबाइल फोनों में डाउनलोड कर चुके हैं.
इसी कड़ी में यूपी सरकार ने भी अपने कोरोना वारियर्स (corona warriors) को महफूज रखने के मकसद से एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है.
चिकित्सा सेतु (Chikitsa Setu App) नाम के इस ऐप का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लॉन्च किया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चिकित्सा सेतु ऐप से कोरोना से लड़ने वाले फ्रंटलाइन वारियर्स जैसे- डॉक्टर, हेल्थ वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी आदि को ट्रेंड करने में बड़ी मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह का ट्रेनिंग मुहैया कराने वाला यह देश का पहला ऐप है.
कोरोना से 135 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश में कोरोना के 4926 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर प्रदेश सरकार ने कोरोना अस्पतालों में बिस्तरों की तादाद बढ़ाकर 75,000 करने का निर्देश दिए हैं.
खर्चों में कटौती
यूपी सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown) के चलते अर्थव्यवस्था पर आए संकट से निपटने के लिए अपने खर्चों में कटौती का फैसला किया है. सरकार अब कोई नया वाहन नहीं खरीदेगी. साथ ही सरकार ने नए स्पोर्ट स्टाफ की नियुक्ति पर भी रोक लगा दी है.
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सरकारी विभागों से कहा गया है कि वे नए वाहन न खरीदें और अधिकारियों की यात्रा कम से कम रखें. वीडियो कांफ्रेंस से काम चलाएं. अगर यात्रा करना बहुत जरूरी हो तो अधिकारी विमान में इकानामी क्लास से ही यात्रा करें. बिजनेस और एक्जीक्यूटिव श्रेणी से सफर पर रोक लगा दी गई है.