भारत समेत पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से लड़ रही है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं. ऐसे बहुत सारे मामले सामने आए हैं जहां मरीजों का इलाज करने के दौरान खुद डॉक्टर, नर्स या अन्य स्टाफ कोरोना की चपेट में आ गए.

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ऐसे ही लोगों की सुरक्षा के लिए हमारे वैज्ञानिक किसी समाधान की खोज में दिनरात जुटे हुए हैं. अभी हाल ही में दिल्ली के तीन छात्रों ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है जो हॉस्पिटलों में कोरोना मरीजों की देखभाल का काम करेगा.

दिल्ली के बाद छत्तीसगढ़ के एक छात्र ने भी डॉक्टरों (Doctor) की सुरक्षा के लिए एक रोबोट तैयार किया है. यह रोबोट कोरोना मरीजों को दवा और खाना देने का काम करेगा. इससे डॉक्टर या नर्स और मरीज के बीच दूरी बनी रहेगी. 

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इंजीनियरिंग कर रहे एक छात्र (engineering student) योगेश साहू (Yogesh Sahu) ने यह रोबोट (robot) बनाने का दावा किया है. महासमुंद (Mahasamund) के रहने वाले योगेश का कहना है कि उनके द्वारा तैयार रोबोट डॉक्टर के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा और समय-समय पर मरीजों को दवा और भोजन देने का काम करेगा. 

इस तरह मरीज की देखभाल की जा सकेगी और डॉक्टर या नर्स भी सुरक्षित बने रहेंगे. 

दिल्ली के छात्रों ने भी बनाया रोबोट

दिल्ली (Delhi) के निशांत चांदना, सौरव महेश्कर और आदित्य दुबे ने मिलकर रोबोट तैयार किया है. ये तीनों 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र हैं. इन स्टूडेंट्स ने इस रोबोट को पृथ्वी (Prithvi) नाम दिया है. 

निशांत चांदना ने बताया कि देश में 50 से भी अधिक ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिनमें मरीजों का इलाज करने के दौरान डॉक्टर या नर्स या अन्य स्टाफ संक्रमण की चपेट में आए हैं. 

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उन्होंने बताया कि 'पृथ्वी'  अस्पतालों में कोरोना के मरीजों को दवा और खाना-पीना देने का काम करेगा. इसे रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है और रोबोट के रिमोट को स्मार्टफोन में डाउनलोड कर सकते हैं. इस रोबोट में एक स्मार्ट टैबलेट (tablet) भी जोड़ा जा सकता है जो मरीज और डॉक्टर के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए बातचीत भी कराने में मददगार होगा.