बिजली की खपत कम करने और ग्रीन गैस उत्सर्जन में कमी लाने के लिए सरकार एक बड़ा फैसला करने जा रही है. सरकार अब एयर कंडीशनर का तापमान फिक्स करने जा रही है. अगले साल जब आप नया एसी खरीदेंगे तो आपका एसी 24 डिग्री टेंपरेचर पर शुरू होगा. सरकार ने इस बारे में एडवायजरी जारी की है, ताकि लोगों को अभी से इस बारे में जागरूक किया जा सके.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हिंदुस्तान अखबार में छपी एक खबर के मुताबिक, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने हाल में नेशनल कूलिंग प्लान जारी किया था. इस प्लान का मकसद यह है कि कूलिंग में खर्च होने वाली ऊर्जा की खपत में कैसे कमी की जाए.

मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इंडियन कूलिंग एक्शन प्लान (ICAP) जारी किया था. इस प्लान के बारे में उस समय के केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि ICAP का जोर पर्यावरण और सामाजिक-आर्थिक, दोनों तरह के फायदों को हासिल करने के लिए कामों में तालमेल की तलाश करना है. इससे डायरेक्ट और इनडायरेक्ट, दोनों तरह के उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी. हालांकि कूलिंग प्लान को लेकर उद्योग जगत ने ऐतराज दर्ज कराया था. 

कूलिंग प्लान में एक बात यह भी थी कि एसी का न्यूनतम तापमान 24 डिग्री तय कर दिया जाए. इसके तहत ऐसे एयर कंडीशनर तैयार किए जाएंगे जिनमें तापमान 24 डिग्री से नीचे सेट नहीं किया जा सकता है. इससे बिजली की खपत में भारी बचत होगी. 

 

देखें ज़ी बिजनेस लाइव टीवी

ताजा जानकारी के मुताबिक, सरकार कूलिंग प्लान को लागू करने के मूड़ में है और इस बारे में तैयारी भी शुरू कर दी है. सरकार का पहला जोर लोगों को एयर कंडीशनर का तापमान 24 डिग्री पर फिक्स करने के लिए जागरूक करना है. अधिकारियों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि एसी 24 डिग्री से कम टेंपरेचर पर नहीं चलेगा, लेकिन जब आप एसी ऑन करेंगे तो यह 24 डिग्री टेंपरेचर पर ही ऑन होगा, उसके बाद उसका तापमान कम किया जा सकता है.

इंडियन कूलिंग एक्शन प्लान का टारगेट

वर्ष 2037-38 तक देश में Cooling Demand को 20-25 फीसदी तक कम करना.

वर्ष 2037-38 तक रेफ्रीजरेंट डिमांड (Refrigerant Demand) को 25-30 तक कम करना.

वर्ष 2037-38 तक कूलिंग के लिए बिजली की जरूरत को 25 से 40 फीसदी तक कम करना.