इंटरनेट और मोबाइल उद्योग से जुड़े संगठन ने कहा कि सोशल मीडिया एवं अन्य मंचों पर मनमाने तरीके से रोक लगाये जाने से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में बाधा आ सकती है और डिजिटल इंडिया का विस्तार प्रभावित होगा. वीडियो साझा करने वाले चीनी ऐप टिकटॉक का नाम लिए बगैर इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने कहा कि उसका बयान एक सोशल मीडिया मंच पर हाईकोर्ट के आदेश पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा लगाये गए हालिया प्रतिबंध के संदर्भ में है. 

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मद्रास हाईकोर्ट ने बीते तीन अप्रैल को केंद्र सरकार को टिकटॉक ऐप को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया था. अदालत में मीडिया में चलने वाली खबरों को उद्धत करते हुए कहा गया था कि ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि इस तरह के मोबाइल ऐप के जरिए प्रॉनोग्राफी और आपत्तिजनक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. इसके बाद दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियों गूगल और एप्पल ने अपने ऐप स्टोर से टिकटॉक एप को हटा दिया था. 

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आईएएमएआई ने कहा कि अगर देश में अदालतें यदि इस तरह से इकतरफा रोक लगाती रहेंगी तो डिजिटल भारत की प्रगति की राह में बाधाएं उत्पन्न होंगी और एफडीआई भी प्रभावित होगा.