आज के समय में UPI पेमेंट ने लोगों की लाइफ को काफी आसान बना दिया है. इसकी वजह से जेब में कैश लेकर चलने की जरूरत नहीं होती. मॉल से लेकर छोटी-छोटी दुकानों की खरीददारी भी बड़ी आसानी से मोबाइल के जरिए पेमेंट करके हो जाती है. लेकिन मान लीजिए आपका मोबाइल ही चोरी हो जाए और उसमें  UPI ऐप्‍स एक्टिवेट हों तो क्‍या होगा? जाहिर सी बात है कि इससे आपकी टेंशन तो बढ़ेगी क्‍योंकि चोरी करने वाला व्‍यक्ति आपकी यूपीआई ऐप्‍स को एक्‍सेस कर सकता है और आपके अकाउंट को खाली कर सकता है. ऐसे में आपको कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए, ताकि आपका बैंक बैलेंस सुरक्षित रहे.

सिम ब्‍लॉक करवाएं

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सबसे पहले आपको अपने सिम को ब्‍लॉक करवाना चाहिए. इसके लिए आप किसी अन्‍य फोन से अपने कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव को फोन करें और अपनी सिम को ब्‍लॉक करने के लिए कहें. ऐसे में आपसे कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव सिम ब्‍लॉक करने की वजह पूछेगा. उसे वजह बताएं और मांगी गई डीटेल्‍स जैसे पूरा नाम, बिलिंग एड्रेस, आखिरी रिचार्ज की डिटेल्स, ईमेल आईडी वगैरह दें. आपकी सिम अगर समय रहते ब्‍लॉक हो जाएगी तो आपके मोबाइल नंबर पर यूपीआई पिन जेनरेट नहीं हो पाएगा.

यूपीआई सेवाएं बंद करवाएं

इसके बाद आपको दूसरा काम अपनी यूपीआई सेवाओं को बंद करवाने का करना है. जिस बैंक का अकाउंट आपकी यूपीआई से आईडी से लिंक है, आपको उस बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करना है और आपके बैंक अकाउंट को ब्लॉक करने और UPI सेवाओं को बंद करने के लिए कहना होगा. इसके अलावा आप पेटीएम के लिए 01204456456, फोन पे के लिए 02268727374 और गूगल पे के लिए 18004190157 हेल्‍पलाइन नंबर पर कॉल करके भी यूपीआई ऐप्‍स को ब्‍लॉक करवा सकते हैं.

एफआईआर करवाएं

तीसरा जरूरी काम है एफआईआर. मोबाइल चोरी करने वाला आपके फोन का गलत इस्‍तेमाल भी कर सकता है, इसलिए ये बहुत जरूरी है कि आप पुलिस के पास फोन चोरी होने की एफआईआर दर्ज करवाएं. इस एफआईआर के जरिए ही बाद में आप अपनी सिम और बैंक अकाउंट को फिर से चालू करवा सकते हैं.

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