Consumer Rights: ई-कॉमर्स वेबसाइट से खरीदारी के बाद हो रही हैं दिक्कतें, सबक सिखाने में मदद करेगा ये मोबाइल App
किसी भी ई-कॉमर्स वेबसाइट (E-Commerce) से शॉपिंग करने के बाद अगर आपको किसी भी तरह की कोई समस्या होती है तो आप कंज्यूमर डिपार्टमेंट में शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
डिजिटल हो रहे भारत में शॉपिंग भी तेजी से डिजिटल हो रही है. देश में सेवाएं देने वाली प्रमुख ई-कॉमर्स (E-Commerce) वेबसाइटों का बिजनेस लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है. हालांकि, कई बार इन दिग्गज ई-कॉमर्स वेबसाइट से शॉपिंग करने के बाद ग्राहकों को कई तरह के बुरे अनुभवों से गुजरना पड़ता है. ऐसे में हम आपके लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी शिकायतों के लिए कुछ बेहद जरूरी जानकारी लेकर आए हैं, जिससे आप अपने उपभोक्ता अधिकारों (Consumer Rights) को न सिर्फ जानेंगे बल्कि उनका इस्तेमाल भी कर सकेंगे.
NCH मोबाइल ऐप की मदद से दर्ज कर सकते हैं शिकायत
ई-कॉमर्स वेबसाइट से शॉपिंग करने के बाद अगर आपको किसी भी तरह की कोई समस्या होती है तो आप कंज्यूमर डिपार्टमेंट में शिकायत दर्ज करा सकते हैं. ई-कॉमर्स वेबसाइट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए आप कंज्यूमर डिपार्टमेंट का ऑफिशियल मोबाइल ऐप- NCH डाउनलोड कर सकते हैं. NCH मोबाइल ऐप की मदद से आप ई-कॉमर्स वेबसाइट के खिलाफ आसानी से शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जिस पर कंज्यूमर डिपार्टमेंट तेजी से एक्शन लेता है.
एंड्रॉएड और IOS ऐप स्टोर पर उपलब्ध है NCH ऐप
NCH यानी नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन मोबाइल ऐप एंड्रॉएड ऐप स्टोर के साथ-साथ IOS ऐप स्टोर पर भी उपलब्ध है. ई-कॉमर्स वेबसाइट के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आपको पहले ऐप डाउनलोड करना होगा और फिर अपना अकाउंट बनाना होगा. अकाउंट बनाने के बाद ऐप में लॉग-इन कर आप अपनी शिकायत आसानी से दर्ज करा सकते हैं. बताते चलें कि इस मोबाइल ऐप पर आप अपनी शिकायत का स्टेटस भी ट्रैक कर सकते हैं.
उपभोक्ताओं के हितों को लेकर गंभीर रहती हैं सरकारें
बताते चलें कि किसी भी देश की जीडीपी का एक हिस्सा, उस देश के उपभोक्ताओं द्वारा की जाने वाली खरीदारी पर निर्भर करती है. ऐसे में जब किसी उपभोक्ता के साथ ठगी होती है तो इसका सीधा असर उस देश की जीडीपी पर भी पड़ता है. यही वजह है कि किसी भी देश सरकार अपने उपभोक्ताओं के हितों का ध्यान रखने और उन्हें किसी भी तरह की समस्या से निजात दिलाने में पूरी गंभीरता के साथ काम करती है और दोषी विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है.