अमेरिका में महंगाई का जो आंकड़ा आया है वह अनुमान से ज्यादा रहा है. मार्च महीने में कोर इंफ्लेशन रेट मंथली आधार पर 0.4% रहा. इसका अनुमान 0.3% का था. सालाना आधार पर कोर इंफ्लेशन रेट 3.8% का रहा जिसका अनुमान 3.7% का था. मार्च महीने में इंफ्लेशन रेट 0.4% रहा जिसका अनुमान 0.3% था. सालाना आधार पर यह 3.5% रहा जिसका अनुमान 3.4% का था. महंगाई में मजबूती के कारण डाओ जोन्स 500 अंकों से अधिक फिसल गया.

गुरुवार को रीटेल इंफ्लेशन का भी डेटा आएगा

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गुरुवार को बाजार बंद रहेगा. शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय बाजार खुलेगा. अमेरिकी बाजार में गिरावट में महंगाई में तेजी का असर यहां देखने को मिल सकता है. बुधवार को सेंसेक्स पहली बार 75 हजार के पार 75038 अंकों पर और निफ्टी 22753 पर बंद हुआ. FII ने आज 2778 करोड़ और DII ने 163 करोड़ रुपए की खरीदारी की है. 12 अप्रैल को भारत में भी रीटेल इंफ्लेश और IIP का डेटा आएगा.

निफ्टी के लिए 22615  पर इमीडिएट सपोर्ट

HDFC सिक्योरिटीज के रीटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि बाजार ने रिकॉर्ड तो बनाया लेकिन वॉल्यूम नहीं दिख रहा है. कुछ समय के लिए निफ्टी 22529-22775 के रेंज में कारोबार कर सकता है. ब्रोकरेज के टेक्निकल रिसर्च ऐनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा कि निफ्टी के लिए 22800 पर हर्डल है. इमीडिएट आधार पर 22615 पर सपोर्ट है. 22800 के पार जाने पर नई तेजी का मोमेंटम बनेगा.

प्राइस आधारित करेक्शन देखा जा सकता है

Angel One के टेक्निकल ऐनालिस्ट राजेश भोसले ने कहा कि प्राइस बेस्ट करेक्शन देखा जा सकता है. टाइम आधारित करेक्शन बाजार को रेंज में रखेगा. स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन रहेगा. निफ्टी के लिए 22800 - 22850  पर मजबूत अवरोध रहेगा. इमीडिएट आधार पर 22600 - 22550 के रेंज में सपोर्ट है. ग्लोबल इवेंट्स काफी मायने रखेंगे क्योंकि यह आगे के मूवमेंट को तय करेंगे.

कई सारे फैक्टर्स बाजार के लिए अहम

मोतीलाल ओसवाल के रीटेल रिसर्च प्रमुख अशोक खेमका ने कहा कि अमेरिकी इंफ्लेशन डेटा और ग्लोबल मार्केट के मूवमेंट का असर देखने को मिलेगा. गुरुवार को ECB इंटरेस्ट रेट पर फैसला लेगा. शुक्रवार को TCS का Q4 Results आएगा. इसके साथ ही रिजल्ट सीजन की शुरुआत होगी. इसका भी बाजार पर बड़ा असर होगा.