US FED Policy Meeting: अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की सितंबर पॉलिसी मीटिंग खत्म हो गई है. 2 दिनों की बैठक के बाद ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला लिया गया है. लेकिन आगे दरों में बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं. इसके चलते ग्लोबल मार्केट में चौतरफा बिकवाली दर्ज की जा रही है. फेड चेयरमैन ने कहा कि FED का फोकस महंगाई पर लगाम कसने और आर्थिक स्थिरता पर है. 

US फेड का स्थिर रखी ब्याज दरें

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फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को स्थिर रखा है, जोकि 5.5% है. फेड की सभी सदस्यों ने इस बार ब्याज दरें नहीं बढ़ाने के पक्ष में वोट किया. हालांकि, आगे दरें और बढ़ाने के संकेत दिए हैं. यानी फेड ने इस पॉलिसी में 'Hawkish Pause' किया. जारी मिनट्स में कहा गया है कि आगे ब्याज दरों पर फैसला आर्थिक स्थिति पर निर्भर करेगा. फिलहाल महंगाई को काबू करने पर फोकस है, जिसे 2% के नीचे लाना है. यानी लम्बे समय तक ब्याज दरें हाई लेवल पर बने रहने के संकेत हैं. साथ ही आर्थिक मोर्चे पर 2023 में US ग्रोथ का अनुमान बढाकर 2.1% कर दिया है. 

फेड चेयरमैन का बयान

US FED चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि हमारा फोकस महंगाई को काबू करने और आर्थिक स्थिरता पर है.  फिलहाल महंगाई को 2% पर लाने में अभी और समय लगेगा. इसलिए 'Restrictive' पॉलिसी की जरूरत है.  हालांकि, अमेरिका की आर्थिक स्थिति मजबूत है. लेबर मार्केट भी बदलने के संकेत दे रहा है. साथ ही कंजप्शन मजबूत बना हुआ है.

फेड पॉलिसी का असर

फेड फ्यूचर्स के मुताबिक सितंबर 2024 से पहले ब्याज दरें कम होने के संकेत नहीं हैं. इससे पहले मई 2024 से रेट कट की संभावना बन रही थी. फेड के फैसले के बाद बॉन्ड मार्केट में बड़ा उछाल दर्ज किया जा रहा है. 10-ईयर US बॉन्ड यील्ड 4.45% पर पहुंच गया है, जोकि 16 साल की ऊंचाई है. इसी तरह 2-ईय़र की बॉन्ड यील्ड 5.2% के पास है, जोकि 17 साल का हाई लेवल है. 

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