Uma Exports IPO: शेयर बाजार में आज उमा एक्सपोर्ट्स (Uma Exports) का आईपीओ खुला है. इसमें 30 मार्च तक पैसा लगा सकते हैं. इस आईपीओ का प्राइस बैंड ₹65-68 रुपये प्रति शेयर है. इसका लॉट साइज 220 शेयरों का है और यहां न्यूनतम 14,960 रुपए लगाने हैं. अगर आपके भी मन में सवाल है कि इस आईपीओ (IPO) में पैसा लगाया जाए या नहीं, तो ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी आपके सभी सवालों का जवाब दे रहे हैं. अनिल सिंघवी से जानिए कि इस आईपीओ में पैसा लगाएं या नहीं. 

उमा एक्सपोर्ट्स पर अनिल सिंघवी की राय

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जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इस IPO से दूर रहने (AVOID) करने की राय दी है. उनका कहना है कि यह कंपनी दाल, राइस समेत एग्रीकल्‍चर प्रोडक्‍ट्स को एक्‍सपोर्ट करने करती है. इसका मैक्सिमम एक्‍सपोर्ट अफगाानिस्‍तान, श्रीलंका और बांग्‍लादेश में है. इसका 50 फीसदी से ज्‍यादा एक्‍सपोर्ट है. कंपनी ट्रेडिंग का काम करती है. ट्रेडिंग बिजनेस में नेट प्रॉफिट का 1 से 1.5 फीसदी का मार्जिन होता है. 

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अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) का कहना है कि यह लो मार्जिन बिजनेस है. कॉम्पिटिशन ज्‍यादा है. इस बिजनेस में कोई भी एंट्री कर सकता है. ट्रेडिंग वाले बिजनेस में एक्‍सपटाइज की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा, कंपनी के फाइनेंशियल खास आकर्षक नहीं है. 25 साल पुरानी कंपनी होने के बावजूद 6 महीने का टर्नओवर 1,000 करोड़ का है. पिछले साल 1,328 करोड़ का टर्नओवर है. 1328 करोड़ का टर्नओवर मैन्‍युफैक्‍चरिंग के लिए अच्‍छा है लेकिन ट्रेडिंग बिजनेस के लिए बेहतर नहीं हैं.  

एक्‍सपोर्ट बिजनेस में अनिश्चितता ज्‍यादा 

कंपनी 1988 में बनी है और 1997 से बिजनेस कर रही है. एक्‍सपोर्ट ओरिएंटेड बिजनेस में ज्‍यादा अनिश्चितता रहती है. बांग्‍लादेश, श्रीलंका और अफगानिस्‍तान में इसका ज्‍यादा बिजनेस है. हालांकि, यह 60 करोड़ का आईपीओ है और मार्केट कैप 230 करोड़ का है. कंपनी 25 साल पुरानी है. यही इसका पॉजिटिव है. अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) का कहना है, मेरी राय इससे दूर रहने की है. लेकिन अपना डिसिजन खुद लेना है.