Tata Group के स्टील स्टॉक में बनेगा तगड़ा मुनाफा! Macquarie की 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग, 30% उछल सकता है शेयर
Tata Group Stock Tata Steel: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी (Macquarie) ने टाटा स्टील पर 'आउटपरफॉर्म' की रेटिंग बरकरार रखी है. रिसर्च फर्म का मानना है कि स्टील सेक्टर में बड़े स्ट्रक्क्चरल बदलाव हुए हैं.
Tata Group Stock Tata Steel: शेयर बाजार में जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है. इस बीच अगर किसी क्वालिटी शेयर को पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहते हैं, तो टाटा ग्रुप (Tata Group) की कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel Limited) पर दांव लगा सकते हैं. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी (Macquarie) ने टाटा स्टील पर 'आउटपरफॉर्म' की रेटिंग बरकरार रखी है. रिसर्च फर्म का मानना है कि स्टील सेक्टर में बड़े स्ट्रक्क्चरल बदलाव हुए हैं. आगे जाकर कंपनी में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है.
Tata Steel: आगे 30% उछल सकता है स्टॉक
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने टाटा स्टील लिमिटेड (Tata Steel Limited) पर खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 1670 रुपये रखा है. 5 मई 2022 को BSE पर शेयर का भाव 1284 रुपये पर था. इस तरह करंट भाव से निवेशकों को आगे 30 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल सकता है. इस साल अब तक यह शेयर 10 फीसदी से ज्यादा उछल चुका है. बीते 5 साल में यह शेयर मल्टीबैगर साबित हुआ है, इस अवधि में निवेशकों को 202 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिला.
क्या है ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी का कहना है. स्टील सेक्टर में बड़े स्ट्रक्चरल बदलाव हुए हैं. आगे जाकर कंपनी में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है. FY23E में लॉन्ग टर्म एवरेज से ज्यादा प्रॉफिटिेबिलिटी बनी रहने की उम्मीद है. ब्रोकरेज ने EBITDA और टारगेट प्राइस में बढ़ोतरी की है. मैक्वायरी का कहना है कि हायर स्टील कीमतों का सपोर्ट मिलेगा. हाल की तिमाही में स्टील कीमतों में मजबूती, कैपेक्स आउटफ्लो डेट/एबिटडा में कमी आने से कंपनी की स्थिति बेहतर हुई है.
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Tata Steel: Q4 के नतीजे कैसे रहे?
टाटा स्टील का नेट प्रॉफिट मार्च, 2022 को 37 प्रतिशत बढ़कर 9,835.12 करोड़ रुपये हो गया. इनकम बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है. एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 7,161.91 करोड़ रुपये रहा था. टाटा स्टील ने की कुल आय 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 69,615.70 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. यह एक साल पहले इसी तिमाही में 50,300.55 करोड़ रुपये थी. वहीं खर्च आलोच्य तिमाही (Quarter under review) में बढ़कर 57,635.79 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में 40,102.97 करोड़ रुपये था.
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)