शेयर बाजार में जबरदस्त एक्शन देखने को मिल रहा. मुनाफावसूली बाजार में क्वालिटी शेयर भी सस्ते भाव पर मिल रहे हैं. बाजार की हलचल में चुनिंदा शेयर नतीजों के चलते एक्शन दिखा रहे. इस कड़ी में फर्टिलाइजर सेक्टर का UPL स्टॉक भी रडार पर है, जोकि खराब नतीजों के चलते फोकस में हैं. शेयर बाजार खुलते ही टूटा. 5 फरवरी को इंट्राडे में शेयर तेज गिरावट के साथ 473.60 रुपए तक फिसला, जोकि 52-वीक लो है. शेयर पर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने खरीदारी की राय को बरकरार रखा है. हालांकि, शेयर पर टारगेट में कटौती की है. यह मौजूदा भाव से 34% अपसाइड का है. 

क्यों टूटा UPL का शेयर? 

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अनुमान से कमजोर Q3 के नतीजों के चलते शेयर का भाव तीन साल के निचले स्तर पर फिसल गया है. अक्टूबर से दिसंबर के दौरान UPL का कामकाजी मुनाफा 86% घटा है. सालाना आधार पर 1087 करोड़ मुनाफ़े के मुकाबले कंपनी को 1217 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है. साथ ही यूरोप में 46%, नार्थ अमेरिका में 67% और लैटिन अमेरिका में 30% की रेवेन्यू डीग्रोथ दर्ज  की गई. 

UPL पर ब्रोकरेज की स्ट्रैटेजी

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने फर्टिलाइजर स्टॉक UPL पर नतीजों के बाद खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा. हालांकि शेयर पर टारगेट में कटौती करके 635  रुपए प्रति शेयर कर दिया है, जोकि पहले 675 रुपए था. जबकि 2 फरवरी को शेयर का भाव 534 रुपए था. 

ब्रोकरेज की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक Q3 में UPL का JEFe अनुमान से कम रहा. मुनाफे से घाटे में भी कंपनी आ गई. घाटा होने का ट्रिगर प्रमुख मार्केट में लंबे समय तक डिस्टॉकिंग रहा. साथ ही प्राइसिंग पावर भी देखने को मिली.  हालांकि, कंपनी को अब उम्मीद है कि कारोबार में H2FY24 के मुकाबले Q2FY25 से सुधार देखने को मिल सकती है. ऐसे में FY25-26E के लिए EPS 13-15% घटा दिया है. 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)