Tata Motors share price: टाटा ग्रुप (Tata Group) की ऑटोमोबाइल्‍स कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors share) के शेयर में अगर आपने भी पैसा लगाया है, तो आगे शेयर में तेजी देखने को मिल सकती है. टाटा मोटर्स के शेयर में 52 हफ्ते के लो से करीब 15 फीसदी की रिकवरी आ चुकी है. ग्‍लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्‍टैनली (Morgan Stanley) टाटा मोटर्स के शेयर पर अपनी 'ओवरवेट' रेटिंग बनाए रखी है. इसका मतलब कि ब्रोकरेज शेयर पर बुलिश है और स्‍टॉक अपने पीयर बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है.

Tata Motors पर मॉर्गन स्‍टैनली की स्‍ट्रैटजी 

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ग्‍लोबल ब्रोकरेज मॉर्गन स्‍टैनली ने टाटा मोटर्स के स्‍टॉक पर ओवरवेट (Overweight) रेटिंग बरकरार रखी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 502 रुपये रखा है. 13 दिसंबर 2022 को स्‍टॉक का भाव 419 रुपये पर बंद हुआ था. इस तरह, मौजूदा भाव से स्‍टॉक में आगे करीब 20 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है. 2022 में अब तक स्‍टॉक का रिटर्न करीब 16 फीसदी निगेटिव रहा है.

हालांकि, 2020 के लेवल से देखें तो टाटा मोटर्स का शेयर निवेशकों के लिए मल्‍टीबैगर साबित हुआ है. 3 जनवरी 2020 को भाव 191.10 रुपये पर था. इस तरह, निवेशकों को डबल से ज्‍यादा का रिटर्न मिल चुका है. 12 मई 2022 को स्‍टॉक ने BSE पर 52 हफ्ते का लो (366.05 रुपये) बनाया था. जबकि, स्‍टॉक में 2 हफ्ते का हाई (528.35) 18 जनवरी 2022 को बना था.     

बता दें, इस साल नवंबर में कंपनी के लेवल पर एक बड़ा बदलाव देखने को मिला. जगुआर लैंड रोवर (JLR) के CEO थिएरी बोलोर (Thierry Bollore) ने निजी वजहों से अचानक कपंनी से इस्‍तीफा दे दिया था. थिएरी बोलोर के इस्‍तीफे के बाद एड्रियन मार्डेल (Adrian Mardell) अंतरिम सीईओ की जिम्‍मेदारी मिली है. 32 सालों से ग्रुप से जुड़े हुए हैं.

Tata Motors के कैसे थे Q2FY23 नतीजे

टाटा मोटर्स का जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही में घाटा कम हुआ है. सितंबर तिमाही में टाटा मोटर्स का कंसॉलिडेटेड घाटा कम होकर 945 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले साल की इसी तिमाही में 4,441.6 करोड़ रुपये रहा था. वहीं जून तिमाही में कंपनी ने 5,006 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था. दूसरी तिमाही (Q2FY23) में टाटा मोटर्स का कंसॉडिटेडेड रेवेन्यू 29.7 फीसदी बढकर 79,611.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 61,379 करोड़ रुपये था. सितंबर तिमाही के दौरान उसके कमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री में 15% की उछाल देखी गई. इंडिया बिजनेस की बात करें तो, घरेलू थोक बिक्री सालाना आधार पर 19 फीसदी बढ़कर 93,651 यूनिट्स रही.

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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