Ola Electric Share Price: लगातार दूसरे दिन Stock में लगा अपर सर्किट, 44% महंगा हो गया शेयर
Ola Electric Share Price: Ola Electric का Share जहां 76 रुपये के भाव पर फ्लैट लिस्ट हुआ था, वो अब 2 ही दिनों में 109 रुपये पर पहुंच गया है, यानी कि IPO की कीमत के मुकाबले ये शेयर महज 2 दिनों में ही 44% चढ़ गया है.
Ola Electric Share Price: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी Ola Electric Mobility Ltd के शेयरों को भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट हुए बस 2 ट्रेडिंग सेशन हुए हैं, और इन दोनों ही सेशन में स्टॉक में अपर सर्किट लग गया है. शु्क्रवार को कंपनी का IPO बाजार में लिस्ट हुआ था, लिस्टिंग तो फ्लैट हुई थी, लेकिन इसे बाद यहां तूफानी तेजी आई और उस दिन स्टॉक 20% चढ़ गया. इसके बाद आज सोमवार को भी शेयर के भाव लगातार बढ़े और 20% की तेजी के साथ स्टॉक में अपर सर्किट लग गया.
कहां से कहां पहुंचा Ola Electric Stock Price?
Ola Electric का Share जहां 76 रुपये के भाव पर फ्लैट लिस्ट हुआ था, वो अब 2 ही दिनों में 109 रुपये पर पहुंच गया है, यानी कि IPO की कीमत के मुकाबले ये शेयर महज 2 दिनों में ही 44% चढ़ गया है. कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस 76 रुपये रखा था, NSE पर ये इसी भाव पर लिस्ट हुआ था. वहीं, BSE पर ये 75.99 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ था. शुक्रवार को 91.18 रुपये पर बंद हुआ था और आज ये 109.41 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जा चुका है.
कैसा था Ola Electric का IPO?
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के 6,145 करोड़ रुपये के आईपीओ को 4.27 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. आईपीओ के लिए कुल 1,98,79,03,905 शेयरों के लिए बोलियां आई जबकि बिक्री के लिए 46,51,59,451 शेयरों की पेशकश की गई थी. इस तरह आईपीओ को 4.27 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था.
पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड को 5.31 गुना सब्सक्रिप्शन मिला जबकि खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों की श्रेणी में 3.92 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों के खंड में 2.40 गुना बोलियां मिलीं. आईपीओ के तहत 5,500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर और 8,49,41,997 इक्विटी शेयर बिक्री पेशकश के अंतर्गत रखे गए थे. ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने लगभग 3.8 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा.
निर्गम खुलने के पहले कंपनी ने प्रमुख (एंकर) निवेशकों से 2,763 करोड़ रुपये जुटाए थे. ओला इलेक्ट्रिक इस निर्गम से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल बैटरी निर्माण क्षमता बढ़ाने और भविष्य की तकनीक और प्रॉडक्ट्स पर रिसर्च और डेवलपमेंट में निवेश करने में करेगी.