Nykaa Bonus Share: मेकअप प्रोडक्ट्स बेचने वाली डिजिटल कंपनी नाइका के शेयरधारकों के लिए अच्छी खबर है. कंपनी अपने शेयरधारकों को बोनस शेयर इश्यू करा सकती है. अगले हफ्ते यानी कि 3 अक्टूबर को कंपनी का बोर्ड बोनस शेयर पर विचार करने वाला है. ऐसा माना जा रहा है कि बोर्ड की बैठक में कंपनी के बोनस शेयर के प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है. बता दें कि कंपनी के आईपीओ को अभी 1 साल भी पूरा नहीं हुआ है. 10 नवंबर 2021 को कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग हुई थी. लिस्टिंग के समय ये शेयर अपने इश्यू प्राइस से लगभग दोगुना लिस्ट हुआ था. लिस्टिंग के समय कंपनी के शेयर ने 2205 रुपए का हाई बनाया था और इस आईपीओ का इश्यू प्राइस 1125 रुपए तय किया गया था. अब नाइका का बोनस शेयर जारी करना कितना सही और कितना गलत, इस पर ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी और इस पूरे मामले को डिकोड किया है.     

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BSE को दी जानकारी

कंपनी ने 28 सितंबर को बीएसई यानी कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में इस बात की जानकारी दी और बताया कि बोर्ड शेयर इश्यू करने के लिए पोस्टल बैलेट और अप्रूवल के दूसरे तरीकों से शेयरधारकों की मंजूरी ले सकता है. बता दें कि बोनस शेयर पूरी तरह से अतिरिक्त इक्विटी शेयर होते हैं, जो कि मौजूदा शेयरधारकों को दिए जाते हैं. 

लिस्टिंग प्राइस से आधा रेट पर आया शेयर

अनिल सिंघवी का कहना है कि ये शेयर अपने हाई लेवल से अब काफी नीचे गिर गया है और 1278 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहा है. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार से मैसेज मिलता है कि एक दिन सबका दिन आता है और सबका समय भी आता है. उन्होंने कहा कि अहम ये है कि आप उस समय किस जगह पर हैं. 

अनिल सिंघवी ने की ITC से तुलना

अनिल सिंघवी ने अपने ट्वीट में नाइका की तुलना आईटीसी से की और आंकड़ों में बताया कि 10 नवंबर 2022  से लेकर अबतक नाइका के शेयर में 42 फीसदी की गिरावट आ चुकी है, जबकि 10 नवंबर 2022 से आईटीसी के शेयर में 41 फीसदी का उछाल देखा जा चुका है. 

अनिल सिंघवी ने कहा कि जो चीजें बोरिंग होती हैं, ज्यादा आकर्षित नहीं करती, जो परेशान करती हैं वहां ज्यादा पैसा कमाया जाता है लेकिन जो फ्लैशी, जिसके बारे में सब बात करें और जो लाइमलाइट में है, वहां पैसा कमाना आसान नहीं है, मुश्किल है. 

Nykaa Share Bonus पर अनिल सिंघवी

इस पर अनिल सिंघवी ने कहा कि नाइका के बोनस देने का पीछे का मकसद निवेशकों को खुश करना है और इस बीच निवेशकों का जो पैसा डूबा है, उस पर निवेशकों को रिवॉर्ड देकर खुश करने की कोशिश है. मान लीजिए कि कंपनी ने 1:1 रेश्यो के हिसाब से बोनस देने का ऐलान किया तो भले ही शेयरधारकों के पास शेयर दोगुने हो जाएंगे लेकिन शेयर की वैल्यू आधी हो जाएगी. 

अनिल सिंघवी ने कहा कि बोनस शेयर से शेयरधारकों को कोई खास फायदा नहीं होने वाला है. कंपनी को डिविडेंड देने पर विचार करना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि नाइका ज्यादा पैसा कमा रही है, इसलिए बोनस देना चाह रही है. वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने 62 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था, जो कि बाद में वित्त वर्ष 22 में 41 करोड़ रुपए रह गया. इसके