Infosys: Q2 नतीजों से पहले स्टॉक पर ब्रोकरेज की Overweight रेटिंग; शेयर में आ सकता है उछाल, चेक करें टारगेट
Infosys Stocks Performance: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) का कहना है कि यह एक निगेटिव सरप्राइस है, लेकिन इससे बिजनेस मूवमेंट पर कोई बड़ा असर नहीं दिखाई देने की उम्मीद नहीं है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 'ओवरवेट' की राय बरकरार रखी है.
Infosys Stocks Performance: सितंबर तिमाही (Q2FY23) के नतीजों से पहले देश की दिग्गज IT कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के प्रेसिडेंट रवि कुमार एस ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इन्फोसिस 13 अक्टूबर को दूसरे तिमाही के नतीजे जारी करेगी. कंपनी प्रेसिडेंटट रवि कुमार के इस्तीफे के बाद बुधवार को कंपनी के शेयर में हरे निशान में कारोबार शुरू हुआ. शुरुआती सेशन के दौरान स्टॉक में 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली. नतीजों से पहले इस हैवीवेट इस्तीफे पर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) का कहना है कि यह एक निगेटिव सरप्राइस है, लेकिन इससे बिजनेस मूवमेंट पर कोई बड़ा असर नहीं दिखाई देने की उम्मीद नहीं है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 'ओवरवेट' की राय बरकरार रखी है.
Infosys पर क्या है मॉर्गन स्टैनली की राय
मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि इन्फोसिस के प्रेसिडेंट रवि कुमार का अचाकन इस्तीफा एक निगेटिव सरप्राइज है. हालांकि, इससे बिजनेस मोमेंटम पर किसी तरह का असर होगा, ऐसी उम्मीद नहीं है. इन्फोसिस 1-1.4 अरब डॉलर का बायबैक कर सकती है. ज्यादातर संभावना है कि कंपनी ओपन ऑफर के जरिए बायबैक कर सकती है. वॉलेटाइल मैक्रो हालात में स्टॉक को कुछ सपोर्ट मिल सकता है.
मॉर्गन स्टैनली ने इन्फोसिस पर Overweight की रेटिंग बरकरार रखी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 1550 रुपये रखा है. 11 अक्टूबर को स्टॉक का भाव 1423.80 रुपये पर बंद हुआ था. इस भाव से आगे स्टॉक में करीब 9 फीसदी का उछाल देखने को मिल सकता है. इस साल अबतक कंपनी के शेयर में करीब 25 फीसदी का निगेटिव रिटर्न रहा है.
नतीजों से पहले इस्तीफा
सितंबर तिमाही के नतीजों से पहले इन्फोसिस (Infosys) के प्रेसिडेंट रवि कुमार एस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इन्फोसिस 13 अक्टूबर को दूसरे तिमाही के नतीजे जारी करेगी. रवि कुमार ने अपने करियर की शुरुआत भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में न्युक्लियर साइंटिस्ट के तौर पर किया था. उन्होंने साल 2002 में इन्फोसिस को जॉइन किया और 2016 में कंपनी के प्रेसिडेंट नियुक्त हुए. उन्हें 2017 में डिप्टी COO के रूप में नामित किया गया था, लेकिन बाद में यूबी प्रवीण राव के रिटायरमेंट के बाद उनको COO का पद नहीं मिला.
इन्फोसिस की 2021-22 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक रवि कुमार, CEO सलील पारेख और पूर्व COO यूबी प्रवीन राव के बाद सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव थे.
बायबैक का हो सकता है एलान
इन्फोसिस 13 अक्टूबर को जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही के नतीजे जारी करेगी. इस दौरान, कंपनी बोर्ड की मीटिंग में शेयर बायबैक पर भी फैसला हो सकता है. शेयर बायबैक में कंपनियां अपने शेयरों को निवेशकों और शेयरधारकों से दोबारा वापस खरीदती है. इससे पहले पिछले साल इंफोसिस ने 9200 करोड़ रुपए के बायबैक प्लान को मंजूरी दी थी, जो कि 25 जून 2021 को किया गया था.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)