Stock to Buy Now: शेयर बाजार में इस हफ्ते सुस्त कारोबार देखने को मिल रहा. लेकिन नतीजों के दम पर चुनिंदा शेयर फोकस में हैं. इसमें देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी Maruti Suzuki का शेयर भी शामिल है. दमदार नतीजों के चलते ग्लोबल ब्रोकरेज हाउसेज ने Maruti Suzuki के शेयर पर खरीदारी की राय दी है. साथ ही शेयर पर 61 फीसदी का अपसाइड टारगेट दिया है. बता दें कि 26 अप्रैल को ऑटो दिग्गज ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए. कंपनी को 2623 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ. साथ ही 90 रुपए प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड को मंजूरी दी. ऐसे में आज शेयर फोकस में रहने वाला है. शेयर निवेश से पहले ग्लोबल ब्रोकरेज हाउसेज की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी जान लीजिए...

Maruti Suzuki पर ब्रोकरेज की राय

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Citi on Maruti Suzuki 

रेटिंग - ₹Buy

टारगेट - ₹13700

Jefferies on Maruti Suzuki 

रेटिंग - Buy

टारगेट - ₹11000 

Macquarie on Maruti Suzuki

रेटिंग - Outperform

टारगेट - ₹10126

Goldman Sachs on Maruti Suzuki

रेटिंग - Neutral

टारगेट - ₹8900

Morgan Stanley on Maruti Suzuki 

 

रेटिंग - Overweight

टारगेट - ₹11155 

JP Morgan on Maruti Suzuki 

रेटिंग - Neutral

टारगेट - ₹8800

Maruti Suzuki Q4 Results

मारुति सुजुकी को चौथी तिमाही में 2623 करोड़ रुपए को नेट प्रॉफिट हुआ, जोकि सालभर पहले की समान अवधि में 1839 करोड़ रुपए था. आय करीब 20% बढ़कर 32048 करोड़ रुपए रही. एक्सचेंज को दी जानकारी के मुताबिक Q4 में मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) का कामकाजी मुनाफा यानी EBITDA 3350 करोड़ रुपए रहा. मार्जिन भी 130 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 10.4% हो गई.

फाइनल डिविडेंड को मंजूरी

नतीजों के साथ ऑटो कंपनी ने जबरदस्त डिविडेंड (Maruti Suzuki Final Dividend) को भी मंजूरी दी. एक्सचेंज को दी जानकारी के मुताबिक बोर्ड नेFY23 के लिए 90 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड को मंजूरी दी.

क्षमता विस्तार पर कंपनी का फोकस

Maruti Suzuki ने बताया कि व्हीकल उत्पादन क्षमता सालाना 10 Lk यूनिट बढ़ाने की योजना है. साथ ही मानेसर, गुरुग्राम प्लांट में उत्पादन क्षमता बढ़ाने की ओर काम जारी है. घरेलू, एक्सपोर्ट मांग बढ़ने से क्षमता विस्तार किया जा रहा है. मैनेजमेंट ने बताया कि SUV को बाजार में बेहतर रिस्पॉन्स मिल रहा है. FY23 में रिकॉर्ड सेल्स वॉल्यूम और मुनाफा रहा. इस दौरान रिकॉर्ड एक्सपोर्ट और टर्नओवर देखने को मिला. हालांकि, प्रोमोशनल, एडवरटाइजमेंट पर ज्यादा खर्च से आय पर असर पड़ा है.