Market Outlook: इस हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल? निवेशक कैसे बनाएं मुनाफे की स्ट्रैटजी
Market Outlook: सीजनल तौर पर देखा जाए, तो अक्टूबर का महीना आमतौर पर मार्केट के लिए बुलिश रहता है. पिछले 10 में 8 बार अक्टूबर में बाजार बढ़त के साथ बंद हुए हैं
Market Outlook October 1st Week: रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से शुक्रवार को मॉनेटरी पॉलिसी के एलान के बाद घरेलू शेयर बाजारों में जबरदस्त रिकवरी देखने को मिली. बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र सेंसेक्स, निफ्टी में 1.8 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला. बीते हफ्ते की मार्केट की चाल देखें तो बाजार पिछली गिरावट से उबरने में कामयाब रहे और लगभग सपाट बंद हुए. एक्सपर्ट मानते हैं कि इस हफ्ते बाजार में ग्लोबल सेंटीमेंट्स ही हावी रह सकते हैं. घरेलू स्तर पर कोई बड़े इवेंट की उम्मीद नहीं है. निफ्टी 17,200 का लेवल दिखा सकता है.
सैमको सिक्युरिटीज के हेड (मार्केट प्रॉस्पेक्टिव्स) अपूर्व सेठ का कहना है कि इस हफ्ते घरेलू स्तर पर किसी बड़े इवेंट की उम्मीद नहीं है. मार्केट पर ग्लोबल मार्केट की खबरें ही हावी रह सकती हैं. अमेरिका में बेरोजगारी डेटा और मैन्युफैक्चरिंग, डिपॉजिट्स और लोन ग्रोथ जैसे घरेलू आंकड़े निवेशकों के सेंटीमेंट को ड्राइव कर सकते हैं. तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और अन्य दूसरी करेंसीज के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में मजबूती अहम फैक्टर बनेंगे, जो मार्केट पर असर डॉलर सकते हैं. उनका कहना है कि निवेशकों को स्टॉक्स स्पेशिफिक खबरों पर नजर बनाए रखनी चाहिए.
क्या कहता है टेक्निकल आउटलुक?
अपूर्व सेठ के मुताबिक, निफ्टी पिछले हफ्ते लाल निशान में रहा, हालांकि, आखिरी सेशन में तेज रिकवरी रही. लेकिन, इससे साफ है कि शॉर्ट-टर्म रिकवरी की संभावना नहीं है. डेली RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) भी 40 के लेवल से रिकवर होना शुरू कर गया है, इससे संकेत है कि बाजार में ऊपर की तरफ ट्रेंड बन सकता है. मंथली एक्सपायरी में 17,000 के पास कॉल राइटिंग का लेवल दिखाता है कि यह एक बड़ा सपोर्ट बन सकता है. सीजनली देखें तो अक्टूबर एक बुलिश महीना होता है. बीते 10 अक्टूबर्स में से 8 बार मार्केट पॉजिटिव नोट पर बंद हुआ था. इसलिए, ट्रेडर्स को खरीदारी के मौके देखने चाहिए.
रेलीगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा का कहना है कि निफ्टी में रिकवरी 17,200 के ऊपर दिखा सकती है. हालांकि 16,800 का लेवल एक अहम सपोर्ट होगा. इस बीच, पार्टिसिपेटंस को ओवरनाइट रिस्क मैनेजमेंट और प्रीफर इंडक्स पर फोकस करना चाहिए.
5पैसा डॉट कॉम के लीड रिसर्च रुचित जैन के मुताबिक, शुक्रवार के मूव से ऐसा लगता है कि शॉर्ट टर्म डाउनट्रेंड के बाद यह एक पुलबैक है. इसलिए हमारे बाजार अभी दबाव से बाहर नहीं हैं और इसलिए हाई वॉलेटिलिटी और ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव देखने को मिल सकता है. निफ्टी के लिए इमीडिएट रेजिस्टेंस करीब 17,200 और 17300-17380 होगा. ट्रेडर्स ऊपरी लेवल को ध्यान में रखें. दूसरी ओर, इमीडिएट सपोर्ट करीब 16750 और 16500 है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले एडवाइजर से परामर्श कर लें)