Elin Electronics Listing: कमजोर लिस्टिंग के बाद 5% टूटा स्टॉक, मार्केट गुरु से जानिए कि अब निवेशक क्या करें
Elin Electronics Listing: मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि Elin Electronics की कमजोर लिस्टिंग के बाद शॉर्ट टर्म के निवेशक 235 रुपए का स्टॉपलॉस रखें. लंबी अवधि के निवेशक 230 रुपए का स्टॉपलॉस रख सकते हैं.
Elin Electronics Listing: एलिन इलेक्ट्रॉनिक्स इस साल लिस्ट होने वाली आखिरी कंपनी है. इसकी लिस्टिंग कमजोर रही. Elin Electronics आज डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुई. NSE पर यह 1.2 फीसदी डिस्काउंट के साथ 244 रुपए पर लिस्ट हुई. BSE पर यह 243 रुपए पर लिस्ट हुई. इसका इश्यू प्राइस 247 रुपए का था. लिस्टिंग के बाद यह शेयर 5 फीसदी से ज्यादा टूट गया और यह स्टॉक फिसल कर 233 रुपए के स्तर पर पहुंच गया है. यह आईपीओ 475 करोड़ का था जिसमें फ्रेश इश्यू 175 करोड़ का है. इश्यू प्राइस 234-247 रुपए रहा. इस आईपीओ को तीन गुना सब्सक्रिप्शन मिला था.
लॉन्ग टर्म निवेशक 230 रुपए का स्टॉपलॉस रखें
जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने निवेशकों को कहा कि इसकी लिस्टिंग कमजोरी होगी. उनके कहे के मुताबिक, यह डिस्काउंट पर लिस्ट हुई और उसके बाद भारी बिकवाली भी हुई. उन्होंने लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को होल्ड की सलाह दी है. शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए 235 रुपए के स्टॉपलॉस की सलाह दी है. यह शेयर इस स्तर तक फिसल चुका है. अगर लॉन्ग टर्म के निवेशक हैं तो 230 रुपए का स्टॉपलॉस लगाएं.
Elin Electronics IPO को लेकर पॉजिटिव क्या है?
अनिल सिंघवी ने कहा था कि कंपनी के प्रमोटर्स अनुभवी हैं. कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ मजबूत है. कंपनी में ज्यादा कर्ज नहीं है. आईपीओ आने के बाद कंपनी कर्ज मुक्त हो जाएगी. वैल्युएशन भी ठीक-ठाक है.
Elin Electronics IPO को लेकर निगेटिव क्या है?
मार्केट गुरु ने कहा कि कंपनी को अपने कारोबार पर फोकस करने की जरूरत है. अपने सेगमेंट में कंपनी को बहुत ज्यादा कॉम्पिटिशन का सामना नहीं करना पड़ रहा है. कर्ज देने वालों की संख्या ज्यादा है और कैश फ्लो निगेटिव है. इनका 65 परसेंट बिजनेस टॉप-5,6 क्लाइंट से आता है. क्लाइंट पोर्टफोलियो का विस्तार करना जरूरी है.
कंपनी क्या करती है?
मंगलवार को अनिल सिंघवी ने कंपनी के डायरेक्टर संजीव सेठिया से बात की थी. बिजनेस और प्रोडक्ट को लेकर कंपनी के डायरेक्टर संजीव सेठिया ने कहा कि कंपनी लाइटिंग बिजनेस में है. इसके अलावा कंपनी आयरन, मिक्सर, ग्राइंडर, टोस्टर, हेयर ड्रायर, हेयर स्ट्रेटनर जैसे प्रोडक्ट बनाती है. इसके अलावा कंपनी स्मॉल मोटर का निर्माण करती है. कंपनी ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी सीट मेटल और प्लास्टिक कंपोनेंट बनाती है. कस्टमर्स की बात करें तो देश-दुनिया की बड़ी कंपनियों के नाम आते हैं. लाइटिंग और अप्लायंस में कंपनी फिलिप्स को माल बेचती है. पंखे की बात करें तो उषा और फिलिप्स जैसी कंपनियां माल खरीदती हैं.
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