Dixon Technology Share: घरेलू शेयर बाजारों में यूं तो सुस्ती है, लेकिन आईटी शेयरों में जो मजबूती लौटी है, वो स्थिर दिख रही है. इस बीच इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी Dixon Technology के शेयरों में बढ़िया तेजी दिखी है. कंपनी अपने नई डील को लेकर चर्चा में आई थी, इसके बाद इसमें बुधवार को डेढ़ पर्सेंट तक की तेजी दिखी है. शेयर कल की क्लोजिंग 12,507 के मुकाबले 12,560 पर खुला था और 12,976 के इंट्राडे हाई पर गया था. लेकिन इस महंगे मिडकैप स्टॉक में इतनी हलचल क्यों है?

सब्सिडियरी ने MoU पर किए हस्ताक्षर

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Dixon Tech की सब्सिडियरी Padget Electronics ने HP India Sales के साथ MoU sign किया है, जिसमें कंपनी नोटबुक, डेस्कटॉप और All-in-one PCs के उत्पादन के साथ काम करेगी.

Dixon Tech के ग्रुप CFO सौरभ गुप्ता ने Zee Business से बातचीत में कहा कि कंपनी बैकवर्ड इंटीग्रेशन और सरकार की PLI स्कीम का फायदा उठाने में इच्छुक है. इसका कॉम्पोनेन्ट सेगमेंट को बूस्ट करने के JV और पार्टनशिप्स पर ध्यान है. कंपनी की 65% से अधिक आय मोबाइल कोनेन्ट सेगमेंट से आती है. 2027 तक 6500-7000 करोड़ तक आईटी हार्डवेयर आय का अनुमान है. और अब Acer और Lenovo के बाद दुनिया के सबसे बड़ा आईटी हार्डवेयर प्लेयर HP से करार किया है.

ब्रोकरेज ने दिया बड़ा टारगेट

HSBC ने Dixon Tech के स्टॉक पर BUY की रेटिंग को बरकरार रखते हुए इसकी पिछली क्लोजिंग के मुकाबले इसपर 11% का अपसाइड टारगेट दिया है. ब्रोकरेज ने अपने 12,800 के टारगेट को बढ़ाकर 14,000 कर दिया है. CLSA ने भी इसपर HOLD की रेटिंग दी है.

बता दें कि Dixon Technologies देश में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विेस (EMS) सेक्टर की दिग्गज कंपनी है और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, होम अप्लायंस, लाइटिंग, मोबाइल फोन, सिक्योरिटी डिवाइस की मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइनिंग में काम करती है. इसके उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं.