1 शेयर को 5 हिस्सों में तोड़ेगी FMCG कंपनी, निवेशकों को ऐसे होगा फायदा; आपके पास है?
Stock Split: कंपनी ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि स्प्लिट से पहले हर एक शेयर का अंकित मूल्य (Face Value) ₹10 था, स्प्लिट के बाद हर ₹10 के एक शेयर को ₹2 के 5 शेयरों में विभाजित कर दिया जाएगा.
Stock Split: FMCG सेक्टर में सीफूड सेगमेंट में काम करने वाली कंपनी Coastal Corporation ने सोमवार (23 दिसंबर) को शेयरधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. कंपनी ने अपने शेयरों का Stock Split करने का फैसला लिया है. इस कदम से छोटे निवेशकों को शेयर खरीदने का बेहतर मौका मिलेगा और शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ेगी. इस घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में 7% तक की बढ़िया तेजी आई. शेयर 257 की पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 275 रुपये के इंट्राडे हाई पर गया था.
Coastal Corporation Stock Split Details
कंपनी ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि स्प्लिट से पहले हर एक शेयर का अंकित मूल्य (Face Value) ₹10 था, स्प्लिट के बाद हर ₹10 के एक शेयर को ₹2 के 5 शेयरों में विभाजित कर दिया जाएगा. अगर आपके पास पहले ₹10 का 1 शेयर था, तो अब आपके पास ₹2 फेस वैल्यू के 5 शेयर हो जाएंगे. आपके शेयरों की कुल कीमत (Value) में कोई बदलाव नहीं होगा. केवल शेयरों की संख्या और उनका फेस वैल्यू बदल जाएगा.
स्टॉक स्प्लिट के बाद प्रत्येक शेयर का अंकित मूल्य (Face Value) कम होगा, और निवेशकों को प्रति शेयर ज्यादा हिस्से मिलेंगे. निवेशकों की कुल हिस्सेदारी (Ownership) या निवेश मूल्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. निवेशकों के लिए फायदेमंद यह होगा कि शेयर की कीमत कम होगी. शेयर अब छोटे निवेशकों की पहुंच में होंगे. बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी. ट्रेडिंग वॉल्यूम में इजाफा होने की संभावना है.
स्टॉक स्प्लिट क्या है?
स्टॉक स्प्लिट का मतलब है कि कंपनी अपने शेयरों को छोटे हिस्सों में बांट देती है, जिससे एक शेयर के बदले निवेशकों को ज्यादा शेयर मिलते हैं. यह प्रक्रिया शेयर की कीमत को कम कर देती है, लेकिन निवेशक के कुल निवेश की वैल्यू वही रहती है. इससे कंपनी की कुल मार्केट वैल्यू और निवेशकों की हिस्सेदारी उतनी ही रहती है.
उदाहरण से समझें:
अगर आपके पास किसी कंपनी का 1 शेयर ₹1000 का है और कंपनी 1:2 का स्टॉक स्प्लिट करती है, तो आपके पास अब 2 शेयर हो जाएंगे, लेकिन हर शेयर की कीमत ₹500 होगी.
आपके कुल निवेश की वैल्यू: पहले ₹1000 थी, अब भी ₹1000 ही रहेगी.
स्टॉक स्प्लिट का फायदा:
शेयर सस्ते हो जाते हैं: छोटे निवेशकों के लिए शेयर खरीदना आसान हो जाता है.
लिक्विडिटी बढ़ती है: ज्यादा लोग शेयर खरीदते-बेचते हैं, जिससे ट्रेडिंग बढ़ती है.
निवेशक बढ़ते हैं: ज्यादा निवेशक आकर्षित होते हैं क्योंकि शेयर की कीमत अब ज्यादा लोगों की पहुंच में होती है.