प्राइवेट सेक्टर के बंधन बैंक को लेकर एक गुड न्यूज है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर एंड CEO की नियुक्ति की मंजूरी दे दी है. पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता को बैंक की कमान मिली है. वे इस पद पर अगले 3 सालों तक बने रहेंगे. इस खबर के सामने आने के बाद ब्रोकरेज फर्म इस प्राइवेट बैंक के आउटलुक को लेकर पॉजिटिव हो गए हैं. ऐनालिस्ट्स का मानना है कि इसके कारण इस स्टॉक की री-रेटिंग हो सकती है. 10 अक्टूबर को यह शेयर 188 रुपए (Bandhan Bank Share Price) पर बंद हुआ. बता दें कि यह शेयर इस समय अपने ऑल टाइम लो के करीब कारोबार कर रहा है.

Bandhan Bank अब री-रेटिंग के लिए तैयार

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ग्लोबल ऐनालिस्ट CLSA ने कहा कि Bandhan Bank को लेकर जो उहापोह की स्थिति थी वह अब खत्म हो गई. अब फोकस इस बैंक के फंडामेंटल पर रहेगा. आने वाले समय में इसके कारण स्टॉक की री-रेटिंग संभव है. हालांकि, MFI के सामने नियर टर्म की जो परेशानी है वह अभी बनी रहेगी. जेफरीज ने अपनी नोट में कहा कि नए CEO का बैकग्राउंड मजबूत है. माइक्रो फाइनेंसिंग इंस्टीट्यूशन्स (MFI) में इसकी असेट क्वॉलिटी बेहतर रह सकती है. हालांकि, FY25 में कुछ रिस्क अभी भी है. 

Bandhan Bank Share Price Targets

गोल्डमैन सैश ने कहा कि नए CEO की नियुक्ति और CGFMU क्लेम रिजॉल्यूशन को लेकर जो अपडेट है उसके कारण नियर टर्म ओवरहैंग अब खत्म हो गया है. अब फोकस बैंक के फंडामेंटल्स पर रहेगा. फिलहाल इस बात की निश्चितता है कि बंधन बैंक आगे ऑपरेशनल रहेगा. बता दें कि Goldman Sachs ने न्यूट्रल रेटिंग और टारगेट 200 रुपए से बढ़ाकर 222 रुपए कर दिया है. Jefferies ने खरीद की सलाह दी है और 240 रुपए का टारगेट दिया है. CLSA ने आउटपरफॉर्म की रेटिंग और 240 रुपए का टारगेट दिया है.

Bandhan Bank Share Price History

Bandhan Bank का शेयर 10 अक्टूबर को 188 रुपए पर बंद हुआ. 4 जनवरी को स्टॉक ने 52 वीक्स हाई बनाया था और 4 जून को 169 रुपए का 52 वीक्स लो बनाया था. कोरोना के समय इस स्टॉक ने मार्च 2020 में 152 रुपए का ऑल टाइम लो बनाया था. अगस्त 2018 में इस स्टॉक ने 742 रुपए का लाइफ हाई बनाया था. कुल मिलाकर यह शेयर अपने ऑल टाइम लो के करीब कारोबार कर रहा है. ऐसे में डाउनसाइड रिस्क लिमिटेड है.

बैंक के नए CEO सेनगुप्ता के बारे में जानिए

प्रतिम सेनगुप्ता एक अनुभवी बैंकर हैं और इनके पास 4 दशकों का तजुर्बा है. इन्होंने रीटेल और कॉर्पोरेट, दोनों बैंकिंग में एक्रॉस जियोग्रॉफी काम किया है. SBI में चीफ क्रेडिट ऑफिसर और फिर इंडियन ओवरसीज बैंक के CEO नियुक्त हुए थे. दोनों बैंक में इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर काफी काम किया था.

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)