Stock Market Rally: घरेलू शेयर बाजारों में नए साल की शानदार शुरुआत हुई है. बाजार जो 3 महीनों से गिरावट देख रहे थे, वहीं, अब नए साल के पहले ही दो सेशन में जबरदस्त तेजी दिख रही है. साल की पहली निफ्टी की एक्सपायरी पर सेंसेक्स 1500 अंकों की तेजी के साथ 80,000 के पार पहुंच गया था. वहीं, निफ्टी 300 अंकों से ज्यादा की तेजी के साथ 24,200 के पार निकल गया था. यानी कि बाजार एक रेंज से बाहर निकलकर ब्रेकआउट दिखा रहे थे.

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निफ्टी पर आज ऑटो इंडेक्स और निफ्टी इंडेक्स में धुआंधार तेजी दर्ज हुई. निफ्टी आईटी इंडेक्स 2 पर्सेंट तो ऑटो इंडेक्स में करीब 4% की बड़ी तेजी आई. इसके अलावा, Bajaj Finance, Sundaram Finance Share Price जैसे Nifty Financial Service Ex-Bank शेयरों में भी बड़ी तेजी से बाजार को सपोर्ट मिला.

शेयर बाजार में क्यों आई तेजी?

शेयर बाजार में कई महीनों के बाद इस धुआंधार तेजी के पीछे कई कारण रहे. सबसे पहले तो ग्लोबल बाजारों में भी तेजी दिखी. अमेरिकी वायदा बाजार साल के पहले ट्रेडिंग सेशन में डाओ फ्यूचर्स 200 अंक उछल गया था.

बाजार के लिए 3 बड़े ट्रिगर्स

1. बजट के पहले की तेजी: देश का केंद्रीय बजट आने में अब बस 1 महीने से भी कम टाइम रह गया है. ऐसे में बजट के पहले के बाजार में तेजी का सेंटीमेंट बन रहा है. बजट के अनुमान और अटकलों पर बाजार की नजरें रहेंगी, ऐसे में बजट अभी बाजार के लिए बड़ा ट्रिगर रहेगा.

2. Q3 Results: जनवरी के दूसरे हफ्ते से शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां तीसरी तिमाही यानी कि अक्टूबर-दिसंबर के नतीजे जारी करेंगी. इस बीच बैंक और ऑटो कंपनियां बिजनेस अपडेट जारी कर रही हैं, जिससे कि ये उम्मीद जग रही है कि तीसरी तिमाही दूसरी तिमाही के मुकाबले बेहतर हो सकती है. ऐसे में इस महीने Q3 Results भी बड़ा ट्रिगर रहेंगे.

3. Donald Trump Oath Ceremony: इस महीने अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह होना है. जब ट्रंप जीतकर आए थे, तब से अमेरिकी बाजारों में रैली का माहौल बना था, ऐसे में शपथ के दौरान और उसके बाद ट्रंप की पॉलिसी पर ग्लोबल बाजारों की नजर रहेगी. अमेरिकी बाजारों से तेजी के सिग्नल मिल सकते हैं.

बाजार के लिए खास हैं कुछ और ट्रिगर

4. IT Stocks में खरीदारी: तीसरी तिमाही के नतीजों के पहले आईटी शेयरों में खरीदारी आ रही है. आईटी कंपनियों से अच्छे नतीजों की उम्मीद है. ऊपर से अमेरिका में ट्रंप के आने से उनकी नीतियों से भारतीय आईटी कंपनियों को फायदा होने की संभावनाएं हैं. ऊपर से आईटी शेयरों में करेक्शन के बाद अब यहां अट्रैक्टिव लेवल पर खरीदारी का मौका मिल रहा है.

5. कंपनियों के बिजनेस अपडेट: तिमाही नतीजों के पहले ऑटो कंपनियों ने जहां ऑटो सेल्स के नंबर जारी किए हैं, वहीं, कई बैंकों के डिपॉजिट डेटा भी सामने आने से इन शेयरों में खरीदारी दिख रही है. ऑटो सेल्स के नंबर इस महीने अच्छे रहे हैं. Eicher Motors, Tata Motors, Maruti Suzuki जैसी कंपनियों ने अच्छे आंकड़े दिए हैं, जिससे कि ऑटो इंडेक्स में करीब 4 पर्सेंट की तेजी दर्ज हुई. 

6. इसके अलावा PNB, South Indian Bank, CSB Bank जैसे बैंकों ने Q3 अपडेट दिए हैं, जिसमें इनकी कुल डिपॉजिट ग्रोथ बढ़कर आई है, ये भी बैंकिंग शेयरों के लिए पॉजिटिव रहा है.

7. MFIs के लिए आई पॉजिटिव रिपोर्ट

आखिर में छोटी माइक्रो फाइनेंस शेयरों में तेजी के पीछे आई एक रिपोर्ट है. मीडिया में खबरें आई हैं कि माइक्रो फाइनेंस सेक्टर की स्वायत्त नियामक संस्था Microfinance Industry Network (MFIN) ने अपने एक नियम को लागू करने की तारीख को आगे के लिए टाल दिया है. 1 जनवरी से ये नियम लागू होने वाला था कि प्रति उधारकर्ता के लिए लेंडर्स की लिमिट 4 से घटाकर 3 हो जाएगी. पिछले नवंबर में बॉडी ने माइक्रो लेंडिंग के लिए कुछ नियम लाने की घोषणा की थी, लेकिन फिलहाल इसे 1 अप्रैल, 2025 तक के लिए टाल दिया गया है. इससे भी Micro Finance कंपनियों के शेयरों में तेजी आई.