शेयर बाजार में बुधवार यानी 17 अप्रैल को छुट्टी है. राम नवमी के अवसर पर भारतीय बाजार बंद हैं. इससे पहले इक्विटी मार्केट में मंगलवार को लगातार 3 तीसरे दिन बिकवाली दर्ज की गई. बाजार 12, 15 और 16 अप्रैल को लाल निशान में बंद हुए. बाजार की इस गिरावट में निवेशकों को तगड़ा नुकसान हुआ है. ऐसे में इस हफ्ते के बचे दो कारोबारी दिनों पर नजर है. 

मार्केट एक्सपर्ट का आउटलुक

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि बीते दो दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशक यानी FIIs भारतीय बाजारों में बिकवाली कर रहे, जिसमें 11295  करोड़ रुपए की बिकवाली की है. इससे सेंटीमेंट खराब हो गया है. आगे बाजार की नजर अमेरिकी सेंट्रल बैंक के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की कमेंट्री पर रहेगी. उन्होंने कहा कि मीडियम टर्म के लिए इजरायल और ईरान के बीच तनाव का असर हावी रहेगा. जब तक टेंशन कम नहीं होता तब तक मार्केट में हलचल बरकरार रह सकती है. 

सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि मंगलवार को ज्यादातर सेक्टर लाल निशान में बंद हुए. हालांकि, ऑयल एंड गैस और FMCG सेक्टर में खरीदारी देखी गई. लेकिन मिडिल ईस्ट में तनाव से क्रूड की कीमतों में उछाल से टेंशन है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल मार्केट लगातार कमजोर हैं. 

लगातार 3 दिन से टूट रहा बाजार 

शेयर बाजार में शुक्रवार से जारी बिकवाली मंगलवार तक नहीं रुकी है. इस दौरान निफ्टी करीब 3 फीसदी तक फिसल गया है. जबकि पिछले हफ्ते ही इंडेक्स 22,775 का ऑल टाइम हाई बनाया. बाजार की इस गिरावट में निवेशकों को करीब 8 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. BSE का कुल मार्केट कैप घटकर 394.25 लाख करोड़ रुपए हो गया है. ये आंकड़ा 10 अप्रैल को बाजार बंद होने के बाद 402.19 लाख करोड़ रुपए था.