Share Market Outlook: फेड मीटिंग, FII की एक्टिविटी से तय होगा बाजार का मूड
Share Market Outlook: इस हफ्ते सेंसेक्स में 1700 अंकों से अधिक मजबूती दर्ज की गई. अगले हफ्ते फेडरल रिजर्व रेट कट करेगा. जापान का सेंट्रल बैंक क्या करता है, ये तमाम फैक्टर्स बाजार के लिए महत्वपूर्ण होगा.
Share Market Outlook: भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला हफ्ता काफी शानदार रहा. बाजार ने इससे पहले हफ्ते में हुए सभी नुकसान को रिकवर किया और ऑल-टाइम हाई पर बंद हुआ. इस दौरान सेंसेक्स में 1,707 अंक या 2.10 फीसदी और निफ्टी में 504 अंक या 2.03 फीसदी की बढ़त हुई.बाजार में तेजी की वजह विदेशी निवेशकों की ओर से की जाने वाली खरीदारी रही. बीते हफ्ते सभी कारोबारी सत्रों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से खरीदारी की गई है.
अगले हफ्ते कई महत्वपूर्ण इवेंट्स
आने वाले हफ्ता बाजार के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इस दौरान अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया जा सकता है. इसका असर भारत के साथ-साथ वैश्विक बाजारों पर भी देखने पर भी देखने को मिल सकता है. इसके अलावा जापान का महंगाई के आंकड़े और मौद्रिक नीति भी बाजार के लिए बड़े फैक्टर हैं. अगर मौद्रिक नीति सख्त होती है तो इसका असर बाजार पर हो सकता है. घरेलू स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें, FII के निवेश और वैश्विक उथल-पुथल से बाजार की चाल प्रभावित हो सकती है.
25500 के बाद मिलेगा नया ब्रेकआउट
स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा का कहना है कि निफ्टी मौजूदा समय में ऑल-टाइम हाई पर चल रहा है. 25,500 एक रुकावट का स्तर है. अगर यहां से ब्रेकआउट होता है तो 26,000 के आंकड़े को छू सकता है. वहीं, 25,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है. जब तक यह नहीं टूटता है, तेजी जारी रहेगी.
महीने के शुरुआत में हुई थी बिकवाली
बाजार के अन्य जानकारों का कहना है कि इस महीने की शुरुआत में अमेरिका में मंदी की संभावना और सेबी द्वारा FII डिस्क्लोजर के नियमों की डेडलाइन के कारण बिकवाली हुई थी. इसके अलावा अमेरिका के खराब जॉब डेटा ने भी बाजार का सेंटीमेंट खराब किया था, लेकिन बीते हफ्ते FII की खरीदारी के कारण बाजार ऑल-टाइम हाई पर बंद हुआ.
फेडरल रिजर्व का फैसला होगा अहम
बाजार का आउटलुक अमेरिकी फेड की अगले हफ्ते होने वाली मीटिंग में ब्याज दरों के फैसले पर निर्भर करेगा. वहीं, अगले महीने की शुरुआत से दूसरी तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. ऐसे में नतीजों के लेकर आने वाले अनुमान से भी बाजार की दिशा तय हो सकती है.