अगले हफ्ते Airtel, BEML, ONGC जैसी कंपनियों के आएंगे रिजल्ट; जानें किन फैक्टर्स का दिखेगा असर
Share Market Outlook: बाजार का सेंटिमेंट कमजोर हो गया है. पांच दिनों की तेजी पर शुक्रवार को विराम लगा. इसके अलावा BEML, ONGC और एयरटेल जैसी कंपनियों के नतीजे आएंगे.
Share Market Outlook: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ब्याज दर पर निर्णय, वृहद आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक बाजारों के रुख से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजे बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे. सेवा क्षेत्र के एचएसबीसी पीएमआई (खरीद प्रबंधक सूचकांक) आंकड़ों की घोषणा सोमवार को होगी.
ग्लोबल मार्केट पर सबकी नजर रहेगी
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह सभी की निगाह वैश्विक बाजारों पर रहेगी. लंबे समय की स्थिरता के बाद अब बाजार में कमजोरी का कुछ संकेत दिखने लगा है. इससे भारतीय बाजार की मजबूती की परख होगी, जो तरलता की बेहतर स्थिति की वजह से अभी तक जुझारू बना हुआ है.’’ मीणा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर आठ अगस्त को आने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक महत्वपूर्ण रहेगी.
BEML, ONGC, NHPC जैसी कंपनियों के नतीजे आएंगे
उन्होंने कहा कि पहली तिमाही के नतीजों के आखिरी दौर से बाजार में कुछ शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. इसके अलावा संस्थागत प्रवाह भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. सप्ताह के दौरान भारती एयरटेल, BEML, ONGC, NHPC, भारतीय जीवन बीमा निगम और MRF जैसी बड़ी कंपनियां अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी.
बाजार में इस समय हाई वैल्युएशन
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आगे चलकर ऊंचे मूल्यांकन की वजह से बाजार में कुछ कमजोरी आ सकती है. इस सप्ताह RBI की मौद्रिक समीक्षा बैठक से ब्याज दरों के परिदृश्य पर कुछ संकेत मिलेगा. फिलहाल केंद्रीय बैंक ब्याज दरों पर यथास्थिति बरकरार रख सकता है.’’
इस हफ्ते सेंसेक्स 885 अंक टूटा
पिछले सप्ताह बिकवाली दबाव के बीच बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 885.60 अंक या 1.08 फीसदी गिरकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ था. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 293.20 अंक या 1.17 फीसदी फिसलकर 24,717.70 अंक रहा था. विश्लेषकों ने कहा कि बाजार भागीदारों की निगाह वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव तथा डॉलर के मुकाबले रुपए के रुख पर भी रहेगी.