Share Market Outlook 2023: स्विस ब्रोकरेज फर्म यूबीएस सिक्योरिटीज ने शेयरों में परिवारों के निवेश में गिरावट आने, विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने और बढ़ती बैंक ब्याज दरों को देखते हुए निफ्टी के लिए अगले साल का लक्ष्य घटाते हुए 18,000 कर दिया है. यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया के रणनीतिकार सुनील तिरुमलई ने  एक रिपोर्ट में कहा कि दिसंबर, 2023 में एनएसई के मानक सूचकांक निफ्टी का स्तर 18,000 तक सीमित रह सकता है जो निफ्टी के मौजूदा स्तर से भी चार फीसदी नीचे है.

निफ्टी 19700 तक जा सकता है

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ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि अगले साल दिसंबर में निफ्टी का ऊपरी स्तर 19700 जबकि निचला स्तर 15800 अंक का रह सकता है. इस तरह निफ्टी का आधार 18,000 अंक पर रहने का अनुमान है. हालांकि, यूबीएस सिक्योरिटीज बीएसई के सूचकांक सेंसेक्स के लिए अपना लक्ष्य नहीं जारी करता है. तिरुमलई ने कहा कि अगले 12 महीनों में बाजार की दिशा पर मूल्यांकन में होने वाले बदलावों का असर पड़ेगा.

अगले साल अंत तक फेड इंटरेस्ट रेट में कटौती भी कर सकता है

ब्रोकरेज फर्म शेयरखान का मानना है कि साल 2023 में बाजार में वोलाटिलिटी बनी रहेगी. हालांकि, इंटरेस्ट रेट को लेकर जो डर है वह कम हो जाएगा. अगले साल मंदी की तरफ सबका ध्यान होगा. ब्रोकरेज का यहां तक कहना है कि इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी के कारण अमेरिकी इकोनॉमी में सुस्ती साफ महसूस की जा रही है. अगले साल मंदी की संभावना तेज होने पर फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट में कटौती की भी शुरुआत कर सकता है. इतिहास पर गौर करें तो इंटरेस्ट में बढ़ोतरी का सिलसिला खत्म होने के 8-9 महीने के भीतर इसमें कटौती की शुरुआत कर दी जाती है.

विदेशी निवेशकों की बढ़ेगी भागीदारी

ICICI Securities का अनुमान है कि अगले साल विदेशी निवेशकों की भारीदारी बढ़ेगी और बाजार में नया रिकॉर्ड देखा जा सकता है. बैंकिंग, मेटल्स और टेक्नोलॉजी की मदद से निफ्टी 21200 के स्तर तक पहुंच सकता है. बैंक निफ्टी 51000 के स्तर को पार कर सकते हैं.

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(भाषा इनपुट के साथ)