Editor's Take: आज बाजार की सभी निगाहें RBI की पॉलिसी पर टिकी हुई हैं. निवेशकों और ट्रेडर्स को गवर्नर से ग्रोथ को लेकर स्पष्टता चाहिए. बाजार में सवाल है कि महंगाई कब तक नियंत्रण में रहेगी और धीमी पड़ती क्रेडिट ग्रोथ को कैसे बढ़ावा मिलेगा. शेयर बाजार में इस हफ्ते अभी तक रिकवरी दिखाई दी है. FIIs की ओर से खरीदारी भी देखने को मिल रही है. ऐसे में इस बाजार में ट्रेडर्स को क्या करना चाहिए? अनिल सिंघवी ने कहा कि महंगाई पर गवर्नर का आत्मविश्वास और ग्रोथ पर उनकी चिंता बाजार की दिशा तय करेंगे. ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली करें और बड़े सपोर्ट लेवल पर खरीदारी का मौका तलाशें.

RBI पॉलिसी का कैसा होगा असर?

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CRR में कटौती बाजार को सकारात्मक संकेत देगी, और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें इसे और बेहतर बनाएंगी. अगर दोनों कदम नहीं उठाए जाते, लेकिन अगली पॉलिसी में कटौती के संकेत मिलते हैं, तो यह बाजार के लिए राहत होगी. महंगाई पर गवर्नर का आत्मविश्वास और ग्रोथ पर उनकी चिंता बाजार की दिशा तय करेंगे. बैंक निफ्टी के लिए यह 'Make or Break' दिन है. अगर पॉलिसी अच्छी रही तो बैंक निफ्टी 54,500 के ऊपर नया हाई बना सकता है. पॉलिसी के बाद अगर बैंक निफ्टी 52,600 के नीचे बंद हो तो तेजी की पोजीशन घटाएं.

FIIs कब तक और कितने बुलिश?

विदेशी निवेशकों (FIIs) ने कल कैश और फ्यूचर्स मार्केट में ₹17,777 करोड़ की बड़ी खरीदारी की. हालिया करेक्शन के बाद FIIs के लिए भारतीय बाजार आकर्षक बने हैं. अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती से भारत समेत इमर्जिंग मार्केट्स में पैसे का प्रवाह बढ़ सकता है. 2025 की शुरुआत में भारत में FIIs के एलोकेशन में इजाफे की उम्मीद है.

कल की Volatility और बड़ी तेजी से क्या सीखें?

निफ्टी और बैंक निफ्टी ने हालिया तेजी के बाद इंट्राडे उतार-चढ़ाव का सामना किया. वीकली एक्सपायरी के दौरान Volatility बढ़ने के संकेत हैं. ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली करें और बड़े सपोर्ट लेवल पर खरीदारी का मौका तलाशें. 

आज खरीदें या बेचें?

निफ्टी और बैंक निफ्टी में पिछले पांच दिनों से एकतरफा तेजी दिख रही है. पॉलिसी तक कोई नया ट्रेड न लें और बाजार को चाल तय करने दें. निफ्टी 24,450 और बैंक निफ्टी 52,600 के नीचे बंद होने पर सतर्कता बरतें. अगर बाजार हरे निशान में बंद होता है तो तेजी का ट्रेंड जारी रहेगा. बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों को सख्त स्टॉपलॉस फॉलो करने की सलाह दी जाती है. आज की पॉलिसी बाजार की दिशा के लिए निर्णायक साबित हो सकती है.