Rakesh Jhunjhunwala Family: पिता इनकम टैक्स ऑफिसर और मां थीं होममेकर, जानिए झुनझुनवाला के परिवार में और कौन-कौन
Rakesh Jhunjhunwala Demise: “किंग ऑफ दलाल स्ट्रीट” राकेश झुनझुनवाला का आज 14 अगस्त 2022 के दिन निधन हो गया. पिता इनकम टैक्स ऑफिसर और मां एक हाउसमेकर थीं.
दलाल स्ट्रीट के बिग बुल, दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया. सुबह 6.45 पर उन्हीं अस्पताल लाया गया था. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्हें मृत घोषित किया गया. राकेश झुनझुनवाला का निधन एक लंबी बीमारी के चलते हुआ. “किंग ऑफ दलाल स्ट्रीट” के नाम से मशहूर झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 में हुआ था. जिसके बाद उनका परिवार मुंबई शिफ्ट हुआ. इसके बाद झुनझुनवाला ने अपनी आगे की पढ़ाई SYDENHAM कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई में की. 1985 में वे एक चार्टेड अकाउंटेंट बनें.
पिता थे इनकम टैक्स ऑफिसर
राकेश झुनझुनवाला के पिता राधेश्यामजी झुनझुनवाला, एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे. उनकी मां उर्मिला झुनझुनवाला एक हाउसमेकर थीं. वहीं झुनझुनवाला के बड़े भाई राजेश चार्टेड अकाउंटेंट हैं. इसके अलावा राकेश झुनझुनवाला की दो बहनें भी हैं.
राकेश झुनझुनवाला ने 1987 में पत्नी रेखा से शादी की. इसके बाद 30 जून 2004 के दिन रेखा झुनझुनवाला ने बेटी निष्ठा झुनझुनवाला को जन्म दिया. साल 2009 में दो ट्विन्स बेटे आर्यमान और आर्यवीर के भी पिता बने.
महज 5,000 रुपए से शुरुआत
शेयर बाजार में महज 5000 रुपए से शुरुआत करने वाले झुनझुनवाला को पहला मुनाफा 1986 में मिला. उन्होंने उस वक्त अपने शेयरों को बेचकर मुनाफा कमाया था. Tata Tea के 5000 शेयर 43 रुपए के भाव पर खरीदे और फिर 3 महीने बाद 143 रुपए प्रति शेयर के भाव में बेचे थे. कहा जाता है कि पिता द्वारा अपनी फॉर्मल एजुकेशन पहले पूरी करने की सलाह मानते हुए राकेश ने इसके बाद स्टॉकब्रोकर के करियर को आगे बढ़ाया. राकेश ने अपनी चार्टेड अकाउंटेंट की पढ़ाई साल 1985 में पूरी कर ली थी.
अकासा के लॉन्च में दिखे आखिरी बार
आखिरी बार राकेश झुनझुनवाला को उनके स्वामित्व वाली एयरलाइन अकासा के लॉन्च में 7 अगस्त के दिन देखा गया था. अगस्त 2022 तक झुनझुनवाला की नेट वर्थ $5.8 billion है. उनके पोर्टफोलियो में स्टार हेल्थ, टाइटन, रैलिस इंडिया, एस्कॉर्ट्स, केनरा बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, एग्रो टेक फूड्स, नजरा टेक्नोलॉजीज, टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां शामिल हैं. कुल मिलाकर जून तिमाही के अंत में उनकी 47 कंपनियों में हिस्सेदारी थी. टाटा कम्युनिकेशंस, टाइटन कंपनी, बिलकेयर, वीए टेक वबाग, फेडरल बैंक, एप्टेक समेत करीब 19 कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी है.