तय हुआ रुचि सोया के FPO का प्राइस बैंड, फ्लोर प्राइस 615 रुपये जबकि 650 रुपया रहेगा कैप प्राइस
Ruchi Soya FPO News: इस इश्यू के जरिए स्वामी रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद को मिनिमम शेयर होल्डिंग से जुड़े नियमों के पालन में मदद मिलेगी. रुचि सोया का स्वामित्व पतंजलि आयुर्वेद के पास है. पिछले साल ही मार्केट रेगुलेटर सेबी ने कंपनी को FPO लाने की मंजूरी दी थी.
Ruchi Soya FPO News: योग गुरु स्वामी रामदेव के मालिकाना हक वाली कंपनी रुचि सोया का FPO (फॉलोऑन पब्लिक ऑफर) आनेवाला है. वहीं इसके प्राइस बैंड को लेकर बड़ी खबर है. कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इसका फ्लोर प्राइस 615 रुपये जबकि कैप प्राइस 650 रुपया रहेगा. वहीं कंपनी फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को लेकर यह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाली है. सोमवर 21 मार्च, 2022 को यह कॉन्फ्रेंस की जाएगी. इस दौरान यह अपनी कई योजनाओं के बारे में जानकारियां देगी.
कंपनी ने दी जानकारी
कंपनी ने कहा है कि 20 मार्च, 2022 को इश्यू कमेटी की इसे लेकर मीटिंग हुई. इसमें इक्विटी शेयर के प्राइस बैंड का फेस वैल्यू तय किया गया. इसका फ्लोर प्राइस 11 मार्च, 2022 को जमा किये गए ड्राफ्ट के मुताबिक रहेगा. प्रत्येक इक्विटी शेयर का कैप प्राइस 615 रुपये रहेगा. वहीं इक्विटी शेयर का प्राइस 650 रुपये तय किया गया है. मिनिमम बिड लॉट 21 शेयरों का होगा और उसके बाद 21 इक्विटी शेयरों के मल्टीपल में रहेगा. वहीं इसकी जानकारी बीएसई और एनएसई को भी दे दी गई है.
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4300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
रुचि सोया का एफपीओ 24 मार्च को खुलेगा. कंपनी की योजना 4300 करोड़ रुपये जुटाने की है. रुचि सोया ने शेयर बाजार को बताया था कि बोर्ड की एक समिति ने दस्तावेजों (आरएचपी) को मंजूरी दे दी है. बोर्ड ने बोली के लिए निर्गम को 24 मार्च, 2022 को खोलने और 28 मार्च 2022 को बंद करने की मंजूरी भी दी.
तीन साल पहले पतंजलि ने किया था अधिग्रहण
कंपनी को पिछले साल अगस्त में एफपीओ लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली थी. रुचि सोना ने जून, दस्तावेजों का मसौदा (डीआरएचपी) जमा कराया था. दस्तावेजों के मुताबिक, रुचि सोया कुछ बकाया कर्ज को चुकाने, अपनी कार्यशील पूंजी संबंधी जरूरतों और अन्य सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए निर्गम से मिली आय का इस्तेमाल करेगी. पतंजलि आयुर्वेद ने 2019 में 4,350 करोड़ रुपये में एक दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से रुचि सोया का अधिग्रहण किया था.